FIR registered against Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा असम में भारी बवाल देखने को मिल रहा है। असम पुलिस ने राहुल गांधी की यात्रा को गुवाहाटी में प्रवेश करने से रोक दिया है। इतना ही नहीं असम में हिमंत बिस्वा सरमा सरकार ने आदेश पर राहुल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दरअसल, पुलिस ने इस यात्रा के साथ चल रहे करीब 5,000 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोका तो वह पुलिस से भिड़ गए। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जोरदार झड़प हुई। इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी के मामली चाेेटें भी आई है। इसके बाद असम सरकार और पुलिस ने यह कदम उठाया है। वहीं कांग्रेेस पार्टी असम के सीएम पर हमला बोल रही है।
राहुल गांधी जी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को एक बार फिर से बैरिकेडिंग लगाकर रोकने की साजिश हुई है,
लेकिन हम ये अब होने नही देंगे.. जितनी लाठियां चलानी है चलाओ.. ये जंग अब जारी रहेगी.. pic.twitter.com/ji5heVuspL
— Srinivas BV (@srinivasiyc) January 23, 2024
CM हिमंत बोले- राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज करें FIR
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने राहुल गांधी की यात्रा को लेकर पुलिस महानिदेशक को निदेश दिए है कि भीड़ को उकसाने को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। हिमंत बिस्वा ने अपने एक्स पर लिखा, ये असमिया संस्कृति का हिस्सा नहीं हैं। हम एक शांतिपूर्ण राज्य हैं। ऐसी “नक्सली रणनीति” हमारी संस्कृति से पूरी तरह अलग हैं। मैंने असम पुलिस के डीजीपी को निर्देश दिया है कि भीड़ को उकसाने को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ केस दर्ज करने का निर्देश दिया है। अपने हैंडल पर पोस्ट किए गए फुटेज को सबूत के तौर पर इस्तेमाल करें। आपके अनियंत्रित व्यवहार और सहमत दिशानिर्देशों के उल्लंघन के परिणामस्वरूप अब गुवाहाटी में बड़े पैमाने पर ट्रैफिक जाम हो गया है।
राहुल ने कल सड़क पर दिया था धरना
राहुल गांंधी ने एक दिन पहले सोमवार को गुवाहाटी के पास वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान का दौरा करने की योजना बनाई थी। योजना की घोषणा के तुरंत बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल से आग्रह किया कि वे अयोध्या में राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह से पहले मंदिर का दौरा न करें। मंदिर की प्रबंध समिति ने भी कहा कि श्री गांधी को दोपहर 3 बजे से पहले प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। कांग्रेस नेता और उनके सहयोगियों को मंदिर की ओर जाते समय रोक दिया गया। इसके बाद वे सड़क जाम स्थल पर ही धरने पर बैठ गए थे।