Ram Mandir: बनारस अपने खास लकड़ी के खिलौने के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है. अयोध्या के श्रीराम मंदिर का मॉडल भी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के मॉडल की तरह सबसे ज्यादा डिमांड में आ गया है. अयोध्या में श्रीराम मंदिर के मॉडल की डिमांड अचानक कई गुना बढ़ गई है. इससे यहां के शिल्पकार और कारीगर काफी व्यस्त हैं. उनकी आमदनी पच्चीस प्रतिशत तक बढ़ गई है. दक्षिण भारत से लेकर उत्तर भारत तक है इसकी जबरदस्त डिमांड है.
काशी अपनी गलियों, घाटों, बनारसी साड़ी के लिए ही नहीं लकड़ी के खिलौनों और लकड़ी के तरह-तरह के मॉडलों के लिए भी मशहूर है. यहां बनने वाले काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का मॉडल सबसे ज्यादा बिक्री वाले मॉडलों में पहले से शामिल है और इस समय सबसे ज्यादा मांग है अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की.
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिल्पकार रामेश्वर सिंह के अनुसार मंदिर के लकड़ी के मॉडल की मांग काफी बढ़ने लगी. अयोध्या के कई व्यापारियों ने दो महीने पहले श्रीराम मंदिर के लकड़ी के मॉडल के लिए ऑर्डर दिया था. लगातार मॉडल अयोध्या भेजे जा रहे हैं. पहले पिछले 37 महीनों में लगभग 75000 मॉडल अयोध्या भेजे गए थे और 25 हजार अभी और प्री आर्डर में पड़े हुए है.
आर्डर पूरा करने के लिए मंदिर के लकड़ी के मॉडल बनाने में दो दर्जन से अधिक कारीगरों को लगाया हुआ है. हमारी आमदनी में पच्चीस प्रतिशत तक का इजाफा हो गया है. दक्षिण भारत से लेकर दिल्ली अयोध्या और बनारस हर जगह से डिमांड आ रही है.
शिल्पकार रामेश्वर कहते हैं कि जैसे-जैसे अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा यानी 22 जनवरी की तारीख नजदीक आ रही है, अयोध्या आने वाले लोगों के बीच लकड़ी के मॉडल की मांग बढ़ रही है. उनका मानना है कि उद्घाटन के बाद मांग कई गुना बढ़ जाएगी. लकड़ी के यह मॉडल चार साइज और मूल्य में आते हैं. सबसे छोटा 500 और मीडियम 1000 रुपये का आता है. उससे थोड़ा बड़ा 1500 और सबसे बड़ा 2700 रुपये में आता है.
काशी के कारीगर श्रीराम मंदिर और भगवान राम दरबार का लकड़ी का मॉडल उसी तरह बना रहे हैं जैसे उन्होंने बाबा काशी विश्वनाथ धाम का मॉडल बनाया था. शिल्पकार बताते है की रोजाना हजार से पंद्रह सौ तक ऑडर मिल रहे है. हमें समझ में नहीं आ रहा है इतने आर्डर हम पूरा कैसे करें. पीएम मोदी और सीएम योगी हमें खूब रोजगार के अवसर दे रहे है.