अयोध्या में जैसे-जैसे भगवान राम के मंदिर के उद्घाटन की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे तैयारियां उसी रफ्तार से आगे बढ़ रही हैं। देश ही नहीं बल्कि दुनिया के अलग-अलग देशों में इन तैयारी को मूर्त रूप दिया जा रहा है।
इस कड़ी में पीओके में बहने वाली नदियों का जल भी भगवान राम के जलाभिषेक के लिए अयोध्या भेजा जा चुका है। कश्मीर के सेव पीओके शारदा समित ने वहां की नदियों का जल एकत्रित किया है। समिति के अध्यक्ष रविंद्र पंडित कहते हैं कि अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के जश्न पर पूरा देश ही नहीं, बल्कि पीओके समेत पाकिस्तान के हिंदुओं में भी खूब उल्लास बना हुआ है। यही वजह है कि पीओके की सिविल सोसाइटी ने राम मंदिर के शिलान्यास में भी वहां की मिट्टी भेजी थी।
शारदा समिति के अध्यक्ष रविंद्र पंडित कहते हैं कि प्रभु राम के जलाभिषेक के लिए शारदा पीठ के संगम की नदियों का जल अयोध्या भेजा जा चुका है। शारदा पीठ पीओके में स्थित है और वहां की सिंधु, रावी और तवी समेत कई नदियों का जल भगवान राम के जलाभिषेक के लिए मंगवाया गया है। वह कहते हैं कि साढे पांच सौ साल से ज्यादा के इंतजार के बाद जब प्रभु राम का स्वागत हो रहा है, तो कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक पूरे देश में स्वागत और जश्न मनाया जा रहा है। ऐसे में कश्मीरी पंडितों के महत्वपूर्ण शारदा पीठ इसमें कैसे पीछे रह सकती है। वह कहते हैं कि सेव शारदा पीठ ने सिर्फ जल ही नहीं बल्कि पीओके की मिट्टी को भी शिलान्यास के दौरान भिजवाया था। पीठ के अध्यक्ष रविंद्र पंडित का मानना है कि जितनी भव्य तैयारियां अयोध्या में प्रभु श्रीराम के लिए हो रही हैं, उतना ही उत्साह पीओके की सिविल सोसाइटी में भी है।
जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के हिंदुओं में भी अयोध्या में चल रही भव्य तैयारियों को लेकर खूब उत्साह बना हुआ है। सेव शारदा पीठ के अध्यक्ष कहते हैं कि पीओके की सिविल सोसाइटी से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के अल्पसंख्यक हिंदु भी भगवान राम के मंदिर को लेकर पूजा-पाठ की तैयारी कर रहे हैं। वह कहते हैं कि जिस तरीके से पीओके की सिविल सोसाइटी ने भगवान राम के भव्य मंदिर में शुभारंभ के लिए समर्पण के साथ हाथ बंटाया है, वह बेहद महत्वपूर्ण है। पीओके की सिविल सोसाइटी भगवान राम के मंदिर की भव्य तैयारियों को वहां भी मजबूती के साथ आगे बढ़ा रही है।
वह कहते हैं कि 14 जनवरी से जम्मू कश्मीर के मंदिरों में प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर साफ सफाई और श्रीराम ज्योति की तैयारी शुरू कर दी जाएगी। अभी भी जम्मू के सभी मंदिरों में यात्राएं निकाली जा रही हैं। वह कहते हैं कि जम्मू कश्मीर में चल रही तैयारियों को लेकर अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण समिति समेत वहां के जिम्मेदार लोगों से आगे का मार्गदर्शन भी लिया जा रहा है। जम्मू कश्मीर के सैकड़ों राम भक्त अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन के लिए प्रस्थान करने की योजना बना चुके हैं। कुछ लोग तो 22 जनवरी को ही निमंत्रण पर पहुंच रहे हैं। बाद में यह सिलसिला अलग-अलग तारीखों पर आगे बढ़ता रहेगा।
वहीं सूर्य के उत्तरायण होते ही दीपोत्सव की तैयारियों के साथ-साथ अयोध्या में भी इस तरह की यात्राएं लगातार पहुंच रही हैं। हाल में ही राजस्थान से श्रीराम ज्योति यात्रा अयोध्या पहुंची। जबकि देश के अलग-अलग हिस्सों में इस तरीके की यात्राएं लगातार निकलीं जा रही हैं। गुड़गांव में रविवार को निकाली गई श्रीराम ज्योति यात्रा के समन्वयक कुलबीर यादव कहते हैं कि उनकी यात्रा पूरे हरियाणा में निकल रही है। इस यात्रा का मकसद 22 जनवरी को लोगों को कम से कम 108 श्रीराम ज्योति अपने घर में जलाने की अपील करना है। कुलबीर कहते हैं कि सिर्फ हरियाणा ही नहीं बल्कि राजस्थान में भी यह यात्रा निकल रही है।