बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान हुई सुरक्षा चूक पर पीएम नरेंद्र मोदी की भी प्रतिक्रिया आई है। हालांकि, उन्होंने इस मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से बयान तो नहीं दिया है, लेकिन गुरुवार सुबह मंत्रियों से इस मसले पर बात की। वहीं कर्नाटक कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि संसद की सुरक्षा के उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार व्यक्ति पहले भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के लिए उनके आईटी सेल में काम कर चुका है। कांग्रेस ने भाजपा सांसद के दफ्तर को सील करने की भी मांग की है। कांग्रेस प्रवक्ता एम. लक्ष्मण ने कहा कि दर्शक दीर्घा से मुख्य हॉल में कूदने वाला मनोरंजन भाजपा मैसूरु-कोडगु सांसद प्रताप सिम्हा का बहुत करीबी था। उसने मैसूरु, मदिकेरी और नई दिल्ली में उनके साथ बैठकें की थीं।
लक्ष्मण ने लगाये गंभीर आरोप
भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा पर आरोप लगाते हुए एम. लक्ष्मण ने कहा, “हमें नहीं पता कि ये बैठकें कब हुईं। उनके कार्यालय को जब्त कर लिया जाना चाहिए। यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है। अगर वे दस्तावेज और सबूत मांगते हैं, तो हम उन्हें उपलब्ध कराने के लिए तैयार हैं। हमारे बयान सबूतों पर आधारित हैं। हम जो दावा कर रहे हैं यह सच्चाई के बहुत करीब है।”
उन्होंने आगे कहा, “सांसद प्रताप सिम्हा इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं? वह आमतौर पर मीडिया के सामने छोटी-छोटी घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हैं और इस मामले में उनकी चुप्पी संदेह पैदा कर रही है। यदि कोई मुस्लिम शामिल होता या यदि पास कांग्रेस पार्टी के नेता द्वारा जारी किया गया होता तो पूरा देश हथियारबंद हो जाता। वह सुरक्षा की चार परतों को तोड़ने में कैसे कामयाब रहा? यह एक पूर्व-निर्धारित कृत्य प्रतीत होता है।”
क्या बोले पीएम
लोकसभा में हुई सुरक्षा चूक पर पीएम मोदी ने कहा कि इस मुद्दे पर हम सभी लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। जितना हो सके इस मसले पर होने वाली राजनीति से बचे। सरकार के लिए सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस मामले में राजनीतिक बयानबाजी में नहीं पड़ना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि इस मसले को गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है।