Dheeraj Sahu News: कांग्रेस के झारखंड के लोहरदगा से राज्यसभा सांसद धीरज साहू के परिसरों पर आयकर विभाग (इनकम टैक्स) की छापेमारी में 353 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए हैं। ये अब तक देश में किसी भी जांच एजेंसी द्वारा जब्त किए गए सबसे अधिक कैश हैं। ये सारा कैश धीरज साहू के ओडिशा और झारखंड में कई स्थानों पर जुड़ी संपत्तियों से बरामद किए गए हैं। कैश इतना है कि इसको गिनते-गिनचे मशीनें भी थक गई हैं।
ऐसे में अब हर कोई 64 वर्षीय राज्यसभा सांसद धीरज साहू के बारे में जानना चाहता है। हर कोई ये जानना चाहता है कि आखिर सांसद धीरज साहू का बिजनेस क्या है, वो ऐसा क्या करते हैं कि उनके पास इतनी संपत्ति है?
Dheeraj Sahu Business: क्या है धीरज साहू का बिजनेस
-राज्यसभा सांसद धीरज और उनके परिवार का सबसे बड़ा बिजनेस शराब का है। इनके शराब का बिजनेस ओड़िशा और रांची में फैला हुआ है।
-धीरज प्रसाद साहू के परिवार के शराब कारोबार का पुश्तैनी बिजनेस है। इनके परिवार की बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज है, जो मूल रूप से झारखंड के लोहरदगा जिले की है। इस कंपनी ने 40 साल पहले ओडिशा में देशी शराब बनाने का काम शुरू किया था।
-साहू परिवार का बौद्ध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) एक ग्रुप है। जिसके अंदर कई कंपनियां शामिल हैं। बीडीपीएल ग्रुप का मुख्यालय ओडिशा में है। बीडीपीएल ग्रुप की 4 अलग-अलग कंपनियां 6 कोरोबार करती है।
-बीडीपीएल समूह की साझेदारी कंपनियों के नाम इस प्रकार हैं, बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (ईएनए, सीओ2, डीडीजीएस), बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड (फ्लाई ऐश ब्रिक्स), क्वालिटी बॉटलर्स प्राइवेट लिमिटेड (आईएमएफएल बॉटलिंग) और किशोर प्रसाद विजय प्रसाद बेवरेज प्राइवेट लिमिटेड।
-इसमें से बलदेव साहू इन्फ्रा फ्लाई ऐश ईंटों का कारोबार करती है। उसके अलावा बाकी सारी कंपनियां शराब कारोबार से जुड़ी हुई है।
-कंपनी की वेबसाइट पर लिखा हुआ है कि साहू परिवार पिछले 125 सालों से शराब का कारोबार कर रही है। ये महुआ शराब को बेहतर तरीके बनाते हैं और बाजार में पहुंचाते हैं। इन्होंने ये भी दावा किया है कि इनके इस पहल से झारखंड और ओडिशा के ग्रामीण इलाकों में लोगों की आर्थिक स्थिति सुधरी है।
-कंपनी के मुताबिक झारखंड और ओडिशा में ज्यादातर साहू परिवार की शराब फैक्ट्रियां हैं और लगभग सारे रिटेल शॉप भी इन्हीं के हैं।
-दरअसल, धीरज साहू पर 6 दिसंबर से इनकम टैक्स विभाग की कार्रवाई शुरू हुई थी। ये छापेमारी भी बौद्ध डिस्टीलरी प्राइवेट लिमिटेड, बलदेव साहू इन्फ्रा लिमिटेड, क्वालिटी बॉटलर्स और किशोर प्रसाद-विजय प्रसाद बिवरेज लिमिटेड से जुड़ी है। इन कंपनियों पर टैक्स चोरी का आरोप है।
-इसी टैक्स चोरी के शक में झारखंड के रांची और लोहरदगा के अलावा ओडिशा के बलांगीर, संबलपुर, रायडीह इलाकों में छापेमारी शुरू की गई थी।
-झारखंड और ओडिशा में ज्यादातर शराब कंपनियां धीरज साहू और उनके परिवार की है। लेकिन इसके अलावा भी धीरज साहू और उनके परिवार के कई बिजनेस हैं। रांची का मशहूर सफायर इंटरनेशनल स्कूल और हास्पिटल भी इन्ही के परिवार का है।