काशी में आने वाले पर्यटक नौका विहार करके काशी के अद्भुत घाटों का अवलोकन करते हैं । गंगा में चलने वाली ज्यादातर नाव डीजल मोटर से चलती हैं जिनसे प्रदूषण होता है। ऐसे में नगर निगम ने 5 नाव का प्रदूषण फैलाने पर चालान किया है।
वाराणसी। गंगा में नौका विहार करने का अपना मजा है। वाराणसी में अगर आप हैं तो इसका मजा दोगुना हो जाता है ।यहां आने वाले पर्यटक बिना नौका विहार के वाराणसी से नही लौटते। गंगा में करीब एक हजार से अधिक नाव और मोटरबोट के साथ ही साथ बजड़े हैं। इन नावों में डीजल इंजन लगा है जिससे प्रदूषण होता है। उन्हे प्रधानमंत्री की पहल पर CNG इंजन से बदलने की कवायद की जा रही और नगर निगम निशुल्क इसे बदल रहा है पर अभी भी कुछ मोटरबोटस में डीजल इंजन हैं । ऐसी ही 5 मोटर बोट्स का वाराणसी नगर निगम ने चालान कर दिया। इस कार्रवाई के बाद नाविकों में हड़कंप मचा हुआ है।
गंगा में न चले डीजल की नाव
गंगा नदी को स्वच्छ एवं प्रदूषण मुक्त रखने की कवायद में केंद्र और राज्य सरकार लगी है। ऐसे में प्रधानमंत्री की मंशा के अनुसार नावों में सीएनजी मोटर फिर की जा रहे है ताकि डीजल मोटर से चलने वाली नाव अंग में प्रदूषण न फैला सके पर अभी भी कई नाव डीजल से गंगा में संचालित की जा रही हैं। इसी क्रम में सख्ती दिखाते हुए नगर निगम ने बुधवार को 5 डीजल वाली नाव का चालान कर दिया। इसके अलावा नाविकों को सख्त निर्देश दिया कि किसी भी हाल में गंगा में डीजल वाली नावों का संचालन न करें।
निःशुल्क लगाया जा रहा है सीएनजी इंजन
नगर आयुक्त ने बताया कि गंगा को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए केंद्र सरकार के सहयोग से वाराणसी में गंगा में डीजल से चलने वाली मोटर बोट्स में सीएनजी इंजन लगाया जा रहा है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से निःशुल्क है। इस मुद्दे पर लगातार नाविक समाज के साथ बैठक कर उन्हें समझाया जा रहा है कि जल्द से जल्द अपनी मोटर बोट का इंजन बदलवा लें पर फिर भी कई नाइक हीलाहवाली कर रहे हैं। ऐसे में आज कड़ी कार्रवाई करते हुए छापेमारी कर 5 नावों को चालान किया गया है। इसके अलावा नगर निगम एवं जल पुलिस के द्वारा संयुक्त अभियान चलाकर डीजल इंजन चलाने पर रोक लगायी जा रही है तथा अवैध नावों जिनका लाइसेन्स नही बना है, उन नावों के संचालन पर प्रतिबन्ध लगाया जा रहा है।