टीएमसी सांसद महु्आ मोइत्रा की ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले में मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने बुधवार को दावा किया कि, लोकपाल ने महुआ के खिलाफ सीबीआई की जांच के आदेश दिए हैं।
निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि, लोकपाल ने आज मेरी शिकायत पर आरोपी सांसद महुआ जी के राष्ट्रीय सुरक्षा को गिरवी रखकर भ्रष्टाचार करने पर सीबीआई जांच का आदेश दिया है।
निशिकांत दुबे के आरोपों पर महुआ मोइत्रा ने पलटवार किया है। महुआ ने एक्स पर लिखा कि, मीडिया जो मेरा जवाब जानने के लिए फोन कर रही है। उनसे कहना चाहती हूं कि सीबीआई को 13 हजार करोड़ रुपये के अडानी कोल स्कैम मामले में पहले एफआईआर दर्ज करनी होगी।
मोइत्रा ने लिखा कि राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा यह है कि कैसे संदिग्ध एफपीआई स्वामित्व वाली (चीनी और संयुक्त अरब अमीरात सहित) अडानी कंपनियां भारतीय बंदरगाहों और हवाई अड्डों को खरीद रही है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सीबीआई आपका स्वागत है। आओ और मेरे जूते गिनो।
बता दें कि, पूरे मामले की सुनवाई एथिक्स कमेटी कर रही है। एथिक्स कमेटी की 2 नवंबर को हुई बैठक में मोइत्रा और बीएसपी सांसद दानिश अली समेत अन्य विपक्षी सांसद सत्ता पक्ष के सदस्यों पर गंभीर आरोप लगाते हुए बाहर निकल गए थे।
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ही आरोप लगाया था कि महुआ मोइत्रा ने संसदीय अकाउंट का लॉग-इन आईडी और पासवर्ड बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी के साथ शेयर किया था। हीरानंदानी ने टीएमसी सांसद की तरफ से सवाल पोस्ट किए।