17 नवंबर को मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस वोटरों को साधने में जुटी है। इसी कड़ी में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने आज सत्तारूढ़ बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। राहुल ने जनसभा में कहा कि हमारी पार्टी मध्य प्रदेश के आदिवासियों को गले लगाती है और भाजपा उन पर पेशाब करती है। राहुल ने आगे कहा, “भाजपा आपको वनवासी कहती है, हम आपको आदिवासी कहते हैं। भाजपा आपका हक छीनती है, हम आपको हक दिलाते हैं। बीजेपी आप पर पेशाब करती है और हम आपको गले लगाते हैं। बीजेपी नेता आप पर पेशाब करते हैं और इसका वीडियो वायरल करते हैं ताकि पूरा देश इसे देखे।”
#WATCH | Chhattisgarh Elections | In Ambikapur, Congress MP Rahul Gandhi says, "…BJP calls you 'vanvasi', we call you 'adivasi'. BJP snatches away your rights, we provide you with your rights. We hug you and BJP urinates on you. BJP leaders urinate on you and make videos of it… pic.twitter.com/XYlf7YyVuR
— ANI (@ANI) November 8, 2023
पीएम मोदी का पलटवार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मध्य प्रदेश में जबसे भाजपा की सरकार बनी है तब से मध्य प्रदेश के विकास को नई उर्जा मिल रही है। 2014 से पहले के 10-12 सालों में यहां भाजपा की सरकार थी लेकिन दिल्ली में कांग्रेस की सरकार थी और केंद्र में कांग्रेस में जब सत्ता में थी तब एमपी को समर्थन की बात छोड़िए डगर-डगर पर रुकावट की जाती थी। दिल्ली की कांग्रेस की सरकार हमें प्रति दिन परेशान करती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं हो पा रहा है।”
छतीसगढ़ में भी बीजेपी को आदिवासी विरोधी बताया
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा के नेता कहते हैं आदिवासियों को हिंदी सीखनी चाहिए, अंग्रेज़ी मत सीखिए। लेकिन आप किसी भाजपा के नेता से पूछे कि आपका बच्चा कहां पढ़ता है? तो वे कहेंगे इंग्लिश मीडियम में पढ़ता है, आपका(भाजपा) बच्चा इंग्लिश मीडियम में पढ़ता है तो आदिवासी का बच्चा इंग्लिश मीडियम में क्यों नहीं पढ़ सकता है? हमने राज्य में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल का जाल बिछा दिया है ताकि हर युवा अंग्रेज़ी पढ़ सके। आपको विदेश जाना हो, डॉक्टर, इंजीनियर बनना हो तो अंग्रेज़ी आनी चाहिए लेकिन वे कहते हैं हिंदी पढ़े, क्यों? क्योंकि वे चाहते हैं कि आपके बच्चे अंग्रेज़ी न सीखें, विदेश से कोई आए तो आप उनसे बात न कर पाए। वे आपको नौकरी न दें पाए।”