Delhi Floods News Update: पिछले चार दिनों से देश की राजधानी दिल्ली में बाढ़ ने विकराल रूप धारण किया हुआ था। लाल किले से लेकर आईटीओ और राजघाट पानी में डूबे हुए थे। इतना ही नहीं, यमुना का पानी सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच गया था। सभी जगह पानी ही पानी नजर आ रहा था।
सड़कों के जलमग्न होने से कनेक्टिविटी तक भी प्रभावित हो गई थी, जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। समाचार एजेंसी एएनआई ने जलमग्न सड़कों के कई वीडियो जारी किए है, जिसमें सड़के पानी से लबाबल नजर आ रही है। तो वहीं, यमुना का जलस्तर अपने 45 साल के रिकॉर्ड को तोड़ने के बाद घटना शुरू हो गया है।
शुक्रवार, 14 जुलाई की सुबह 06 बजे तक यमुना का जल स्तर 208.66 मीटर था। तो वहीं, रात 10 बजे तक 208.02 मीटर के स्तर तक आ गया था। समाचार एजेंसी एएआई के मुताबिक, यमुना नदी का जलस्तर शनिवार 15 जुलाई की सुबह 09 बजे तक 207.53 मीटर तक पहुंच गया है।
यमुना का जलस्तर घटने के साथ ही दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ का पानी उतरने लगा है। शनिवार की सुबह आईटीओ (ITO) में सड़क पर पानी काफी कम दिखा। हालांकि डायवर्जन अब भी है। यमुना के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने स्कूलों, कॉलेजों, श्मशान घाटों और यहां तक कि जल उपचार संयंत्रों को भी बंद कर दिया था।
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, आईटीओ और राजघाट के इलाके अभी भी जलमग्न हैं। क्योंकि, इंद्रप्रस्थ के पास दिल्ली सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक ड्रेन रेगुलेटर (गति व्यवस्थापक) को नुकसान हुआ था। जिसकी वजह से जल निकासी नहीं हो पा रही थी। लेकिन, ड्रेन रेगुलेटर की मरम्मत का काम पूरा कर लिया है। तो वहीं, शुक्रवार रात तक बाढ़ का पानी तिलक मार्ग इलाके में स्थित सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच गया था। दिल्ली के अधिकारियों ने कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी के कुछ इलाकों में पीने के पानी और बिजली कटौती होगी। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन किया और दिल्ली के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति के बारे में जानकारी ली।