Cracks in Ved Variav Bridge: गुजरात में 118 करोड़ की लागत से तापी नदी पर एक पुल बना है। इस पुल का उद्घाटन 40 दिनों पहले मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने की थी। लेकिन उद्घाटन के 40 दिनों बाद ही इस पुल पर बड़ी दरारें आई गई। जो पुल निर्माण की लापरवाही को बता रही है।
Cracks in Ved Variav Bridge: देश के कई राज्यों में हो रही बारिश से लोगों का जन-जीवन तो अस्त-व्यस्त है ही साथ ही तेज बारिश और आंधी ने सड़क, पुल, बांध को भी भारी नुकसान पहुंचाया है। कई जगहों पर बारिश ने विकास परियोजनाओं के निर्माण में बरती गई भ्रष्टाचार की पोल भी खोली है। हाल ही में बिहार में गंगा नदी पर बने दो पुल के धराशाही होने की खबरें सामने आई। इसके अलावा असम, गुजरात और उत्तर प्रदेश से भी पुल गिरने की खबरें आई थी। लेकिन अब जो ताजा मामला सामने आया है वो करप्शन की कलई खोलने वाली है। दरअसल गुजरात में 118 करोड़ की लागत से तापी नदी पर एक पुल बना है। इस पुल का उद्घाटन 40 दिनों पहले मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने की थी। लेकिन उद्घाटन के 40 दिनों बाद ही इस पुल पर बड़ी दरारें आई गई। जो पुल निर्माण की लापरवाही को बता रही है।
17 मई को मुख्यमंत्री ने किया था उद्घाटन
मिली जानकारी के अनुसार गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल द्वारा उद्घाटन के बमुश्किल 40 दिन बाद सूरत में तापी नदी पर नवनिर्मित वेद-वरियाव पुल पर दरारें आ गईं हैं। 17 मई को पुल का उद्घाटन किया गया था। उसे 118 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया था। यह सूरत में वरियाव और वेद गांवों को जोड़ता है और क्षेत्र के आठ लाख से अधिक लोगों को सेवा प्रदान करता है।
1.5 किमी लंबा चार लेन का है वेद-वरियाव पुल
बताया जाता है कि यह पुल 1.5 किलोमीटर तक फैला है और इसमें चार लेन हैं। वरियाव की ओर जाने वाली सड़क पर दरारें पाए जाने पर, AAP पार्षद और सूरत नगर निगम (एसएमसी) में विपक्ष के नेता (एलओपी) धर्मेश भंडेरी ने अन्य अधिकारियों के साथ साइट का निरीक्षण किया। एसएमसी अधिकारियों का मानना है कि पहुंच क्षेत्र में पानी जमा होने से नुकसान हुआ होगा।
भाजपा नेताओं को करीबी ठेकेदारों को मिला था काम
एसएमसी के ब्रिज सेल विभाग ने पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से पर तत्काल मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है। कर्मचारी इसे ठीक करने और वाहन यातायात बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं। भंडेरी ने हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने पहली बारिश के दौरान दरारें दिखने का हवाला देते हुए पुल निर्माण प्रक्रिया में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। भंडेरी ने दावा किया कि शहर में भाजपा नेताओं के करीबी ठेकेदारों और बिल्डरों को ठेके दिए गए।