चंडीगढ़ : इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस पर नशा मुक्त हरियाणा की शुरूआत करने को कोरा ढकोसला बताया। उन्होंने कहा कि आज गांवों की गली-गली में सरेआम बिक रहा है चिट्टा और स्मैक। अभय सिंह ने कहा कि नवंबर 2019 में मुख्यमंत्री को हरियाणा में बढ़ते नशे की तस्करी के बारे में एक पत्र लिखा था और उन्हे चेताया था कि पंजाब की तरह हरियाणा भी ‘‘उड़ता हरियाणा’’ बनता जा रहा है और नशे का कारोबार शहर से लेकर गांवों तक ‘दिन दुनी रात चौगनी’ रफ्तार से फैल रहा है।
इससे पहले भी नशे के बढ़ते कारोबार को लेकर विधानसभा में दो बार यह मुद्दा उठाया था और बताया था कि कैसे चिट्टा नशा के तस्कर हरियाणा के युवाओं को नशे के दलदल में झौंक रहे हैं। नशा मुक्ति केंद्रों की डेटा रिपोर्ट 2021 भी विधानसभा में रखी थी जिसमें बताया गया था कि रोहतक और हिसार जिला के स्टेट ड्रग ट्रीटमेंट सेंटर की ओपीडी में पाया गया कि युवा मादक पदार्थो के सेवन में हेरोइन तथा स्मैक की लत के आदी थे। विशेष रूप से सिरसा, फतेहाबाद, हिसार तथा गुरुग्राम जिलों का जिक्र करते हुए बताया था कि कहां कहां और कौन-कौन लोग नशे के व्यापार में शामिल हैं तथा उनको किन लोगों का प्रोटेक्शन है।विधानसभा में इस मुद्दे को उठाने के बाद भी मुख्यमंत्री ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए जिस से पता लगता है कि नशे के प्रति भाजपा सरकार की गंभीरता कितनी है।
विधानसभा में अभय सिंह चौटाला ने यह भी बताया था कि एक जानकारी के अनुसार हरियाणा में नशे की लत का शिकार महिलाओं में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। लेकिन हरियाणा का दुर्भाग्य है कि मुख्यमंत्री ने इस पर कोई गौर नहीं किया और नशा लगातार बढ़ता गया जिसके कारण आज हजारों परिवारों के कम उम्र के युवाओं की दर्दनाक मौत हो चुकी है। आज भी कोई ऐसा दिन नहीं जाता जब नशे के कारण प्रदेश के युवाओं की मौत न होती हो।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर हरियाणा में बेतहाशा बढ़ते नशे को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं हैं। चिट्टा का नशा तस्कर सुच्चा सिंह भाजपा के बिजली मंत्री की गाड़ी में साथ बैठता है जिसकी पुष्टि सिरसा जिला का हरेक आदमी करता है। उन्होंने कहा कि जब भाजपा के लोग ही नशे की तस्करी में लिप्त हैं तो ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा नशा मुक्त हरियाणा अभियान चलाना मात्र दिखावा है और सिर्फ प्रदेश की जनता की आंखों में धूल झोंकना है।