India-US Ties: पीएम मोदी अमेरिका के दौरे के बाद अब मिस्र पहुंच गए हैं. लेकिन उनकी अमेरिकी यात्रा पर जनता की राय जानने के लिए सीवोटर ने देश भर में स्नैप पोल किया.
इसमें सामने आया कि ज्यादातर लोग नरेंद्र मोदी शासन की विदेश नीति से संतुष्ट हैं.
जबकि विपक्षी दलों का समर्थन करने वाले हर दस लोगों में से चार पूरी तरह से संतुष्ट हैं. संयोग से, लोगों का कुल प्रतिशत जो मोदी शासन की विदेश नीति को पसंद करता है, सीवोटर सर्वे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता और अप्रूवल रेटिंग के मुताबिक है.
24 जून को पीएम मोदी ने एक बेहद सफल राजकीय यात्रा पूरी की, जिसके चलते डिफेंस, टेलिकॉम, सेमीकंडक्टर, एनर्जी, एजुकेशन और स्पेस एक्सप्लोरेशन और क्वांटम कंप्यूटिंग सहित अन्य टेक्नोलॉजी सेक्टर में कई समझौते हुए.
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस में प्राइवेट डिनर के लिए पीएम मोदी को न्योता भेजा, जिसमें 500 से ज्यादा मेहमान शामिल हुए.
राजकीय यात्रा के दौरान, पीएम मोदी अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को दो मौकों पर संबोधित करने वाले पहले भारतीय नेता बने. दर्जनों मल्टीनेशनल कंपनियों के सीईओ से मिलने के अलावा, पीएम मोदी ने न्यूयॉर्क और वाशिंगटन में भारतीय प्रवासियों को भी संबोधित किया.
वहीं इसी सर्वे के दौरान लोगों से पूछा गया था क्या इस यात्रा से मोदी वैश्विक नेता के तौर पर उभरे हैं? इस पर जवाब देने वाले 10 में से 6 लोगों ने हां में जवाब दिया. जबकि 30 प्रतिशत लोगों ने ना में जवाब दिया. बीजेपी का समर्थन करने वाले करीब 84 प्रतिशत लोगों ने कहा कि पीएम मोदी असली ग्लोबल लीडर हैं. जबकि विपक्ष का समर्थन करने वाले 45 फीसदी लोग की राय अलग थी.
एक अन्य सवाल था कि क्या पीएम मोदी के अमेरिका दौरे से मुस्लिम देश नाराज हो जाएंगे? इस पर 10 में से 6 लोगों ने ना में जवाब दिया. जबकि 30 फीसदी लोगों के मुताबिक भारत-अमेरिका की साझेदारी से इस्लामिक देशों का गुस्सा बढ़ेगा.