Nitish Kumar-Naveen Patnaik Meeting : 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार विपक्ष के एक और बड़े नेता से मिलने जा रहे हैं। बिहार के सीएम बहुत हीं जल्द उड़ीसा के सीएम नवीन पटनायक से मिलने वाले हैं। नवीन पटनायक की पार्टी बीजद एक मजबूत क्षेत्रीय पार्टी के रूप में जानी जाती है।
Nitish Kumar-Naveen Patnaik Meeting : 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता की मुहिम में जुटे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 9 मई यानि मंगलवार को उड़ीसा जाने वाले हैं। नीतीश कुमार इस कोशिश में लगे हैं कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एक बड़े मोर्चे का निर्माण हो जाए। ताकि बीजेपी के विजय रथ को 2024 में रोका जा सके। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार उड़ीसा जाकर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात करेंगे और इस दौरान बीजेपी विरोधी मोर्चे में शामिल होने के लिए उनके सामने प्रस्ताव रखेंगे।
काफी अहम मानी जा रही है यह मुलाकात
बिहार के सीएम और उड़ीसा के सीएम के बीच होने वाली मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। बता दें कि, नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल की पहचान एक मजबूत क्षेत्रीय पार्टी के रूप में है। इस पार्टी के पास फिलहाल 12 लोकसभा और 8 राज्यसभा सांसद है। नीतीश कुमार इनसे मिलकर भाजपा को रोकने की नई रणनीति बनाएंगे।
लेकिन बताया यह भी जाता है कि नवीन पटनायक को भाजपा से अब तक कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा है, और ओडिशा के किसी नेता के घर पर पिछले कुछ महीनों में ईडी और सीबीआई का रेड भी नहीं पड़ा है। ऐसे में यह साफ है कि भाजपा और नवीन पटनायक की पार्टी के बीच संबंध खराब नहीं है। समय-समय पर जब भाजपा को राज्यसभा में किसी बिल को पारित करने के लिए सांसदों की जरूरत होती है, तो नवीन पटनायक के सांसद भाजपा के साथ ही जाते हैं।
ऐसे में नवीन पटनायक, नीतीश कुमार के इस अभियान का कितना समर्थन देंगे यह तो वक्त ही बताएगा। लेकिन नीतीश कुमार भी अपनी जिद पर अड़े हैं और इस मुलाकात से अगर ओडिशा के मुख्यमंत्री को साथ देने के लिए मना लेते हैं तो उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। नवीन पटनायक के पास समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी और कई क्षेत्रीय पार्टियों से ज्यादा लोकसभा और राज्यसभा सांसद हैं।
भाजपा कितनी भी कोशिश कर लेती है, लेकिन ओडिशा में नवीन पटनायक के जड़ को नहीं हिला पाती है। ऐसे में नीतीश कुमार किसी भी हाल में चाहेंगे कि नवीन पटनायक उनके पाले में आ जाए। ताकि देश की जनता में यह संदेश जा सके कि एक ऐसा नेता बीजेपी के विरोध में खड़ा हुआ है जो काफी लंबे समय से अपने राज्य की गद्दी पर बैठा है और जनता के भरपूर समर्थन से अपने राज्य को विकास की पटरी पर दौड़ा रहा है।
एक घंटे तक नवीन आवास में रुकेंगे बिहार के सीएम
अबतक मिली जानकारी के मुताबिक, नीतीश कुमार 9 मई को दोपहर 12 बजे नवीन निवास में सीएम से भेंट मुलाकात करेंगे। यहां वह करीब एक घंटे तक रुकेंगे और वहां उनका दोपहर का भोजन दोनों साथ में करेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने कहा है कि इस मीटिंग की कोई विस्तृत जानकारी साझा नहीं की गई है, क्योंकि यह मुलाकात पूरी तरह से राजनीतिक है। इसका सीधा मतलब यह हुआ की भोजन के बाद दोनों सीएम भविष्य की राजनीति यानि (2024) की रूप रेखा कैसी होगी, कितने विपक्षी दल साथ आ रहे हैं, इन सभी बिन्दुओं पर चर्चा करेंगे।
ममता बनर्जी से भी मिल चुके हैं नवीन पटनायक
बता दें कि, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी नवीन पटनायक से मुलाकात की थी। ममता और नवीन के उस मुलाकात का निष्कर्ष क्या निकला, यह तो मीडिया के सामने नहीं आया। लेकिन कयास यह लगाया गया कि ममता बनर्जी ने नवीन पटनायक को उस मुलाकात के दौरान 2024 में साथ आने का न्योता दिया था।
कुछ दिन पहले जब नीतीश कुमार पश्चिम बंगाल गए थे, तब ममता बनर्जी ने नीतीश कुमार के इस अभियान का खुलकर समर्थन किया था। उस मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा था कि इस अभियान को आगे ले जाने के लिए नीतीश कुमार को हमारा जितना सहयोग चाहिए, हम देने को तैयार हैं। किसी भी हाल में भाजपा को 2024 में आने से हमें रोकना है, नहीं तो देश में सांप्रदायिक शक्तियां और तेजी से बढ़ेगी और देश का विकास रुक जाएगा।
इन विपक्षी नेताओं से मिल चुके हैं नीतीश कुमार
इससे पहले नीतीश कुमार दिल्ली में राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल से मुलाकात कर चुके हैं। वहीं वह लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से भी मिल चुके हैं। कुछ दिन बाद नीतीश कुमार शरद पवार के मुलाकात के लिए भी महाराष्ट्र जाने वाले हैं।
नीतीश कुमार के उड़ीसा दौरे के पहले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह ने झारखंड में जाकर झारखंड के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मुलाकात की है और इस मुलाकात को बेहद महत्वपूर्ण बताया और कहा कि नीतीश जी लगातार इस कोशिश में लगे हुए हैं कि 2024 के पहले बीजेपी के खिलाफ एक बड़ा मोर्चा बने।
नीतीश का सपना कभी पूरा नहीं होगा
इन मुलाकातों पर बिहार के बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी का कहना है कि नीतीश कुमार को समय-समय पर प्रधानमंत्री बनने का मन करता रहता है। इसीलिए इस तरह के अभियान में जुट जाते हैं। पूरे देश को पता है कि 2024 में फिर जनता नरेंद्र मोदी को ही चुनेगी। लेकिन नीतीश कुमार हैं कि जनता की आवाज को सुन ही नहीं पाते।
विपक्षी गठबंधन के सवाल पर जवाब देते हुए सुशील मोदी ने कहा कि अभी जो भी लोग कह रहे हैं कि हम साथ हैं, जब चुनाव का वक्त आएगा तो देखियेगा एक-एक करके सब अपना स्वार्थ सिद्ध करने में लग जाएंगे और नीतीश कुमार का सपना सपना ही रह जाएगा।