सूरत पुलिस ने नकली नोट के मामले में चेन्नई से रैकेट के सरगना को पकड़ा है। जिसके पास से 17 लाख रुपए की फेक करेंसी बरामद की गई है।
गुजरात की सूरत पुलिस ने नकली नोटों के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस पूरी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरोह के सरगना सूर्या सिल्वरराज को भी पकड़ा है।
सूरत पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर ने बताया कि पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है, जो चेन्नई में रहने वाले एक सूर्या सिल्वरराज से जाली नोट प्राप्त करते थे। अधिकारी ने आगे कहा कि हमने वहां एक टीम भेजी और सूर्या को उसके घर से पकड़ा।
17 लाख के जाली नोट पकड़े
सूरत सीपी ने कहा कि सूर्या के पास से 17 लाख रुपये के नकली नोट, कलर प्रिंटर, 20 रुपये के स्टांप पेपर और नकली नोट बनाने की सामग्री बरामद की गई है।
आरोपी कई राज्यों में अब तक 2.12 करोड़ रुपये के नकली नोटों की तस्करी कर चुका है। पुलिस ने इस पूरे मामले में कुल 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि पुलिस की यह पूरी कार्रवाई अमरोली में फर्जी नोट को लेकर किराना दुकानदार और उसके भाई से पूछताछ के आधार पर सूरत पुलिस ने चेन्नई में छापा माराकर करेंसी नोट गिरोह के मास्टरमाइंड को दबोचा है।
पान की दुकान पर चलाया नकली नोट
दरअसल, दस दिन पहले अमरोली के गुजरात हाउसिंग बोर्ड, जलाराम नगर के पास केसरिया हनुमान मंदिर के पास पान के गल्ला पर 500 की फर्जी नोट चलाया गया था, जिसके बाद पुलिस ने खरीदी करने आए शांतिलाल भंवरलाल मेवाड़ा और उसके चचेरे भाई विष्णु मिश्रीलाल मेवाड़ा को गिरफ्तार कर 500 के 181 और 50 के 32 नकली नोट पकड़े थे।
जिसके बाद अमरोली पुलिस के साथ एसओजी टीम ने बेंगलुरु में छापेमारी की। जहां से माइकल रिवान उर्फराहुल पास्कल फर्नांडीज को पकड़ा गया, जिसके घर से 500 रुपए के 4.89 लाख के 978 जाली नोट मिले थे। माइकल से पूछताछ के आधार पर एसओजी ने सूर्या दबोचा।