Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में 5 फरवरी को मतदान व 8 फरवरी को मतगणना है। दिल्ली चुनाव में इस वक्त प्रचार जोरों पर है। इस बार आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस पूरी ताकत झोंक रही हैं। दिल्ली के स्थानीय नेताओं के साथ-साथ राज्यों के नेता भी अपनी-अपनी पार्टी उम्मीदवारों के लिए मेहनत कर रहे हैं। खासतौर पर राजस्थान के सैकड़ों नेता दिल्ली की गलियों में चुनाव प्रचार में जुटे हैं।
दिल्ली चुनाव 2025 में प्रवासी राजस्थानियों पर फोकस
दिल्ली में प्रवासी वोटरों की संख्या काफी अधिक है, जिनमें राजस्थान के मूल निवासी भी बड़ी संख्या में शामिल हैं। इसी को देखते हुए भाजपा और कांग्रेस ने अपने दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारा है। राजस्थान सीएम भजनलाल शर्मा, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, मौजूदा डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा, भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया समेत कई दिग्गज नेता दिल्ली में चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
राजस्थान का कौन नेता दिल्ली में कहां कर रहा प्रचार?
सीएम भजनलाल शर्मा: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रिठाला, शालीमार बाग और मुंडका सहित कई क्षेत्रों में भाजपा के पक्ष में प्रचार किया। वे भाजपा के स्टार प्रचारकों में शामिल हैं। डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा: वे पिछले तीन दिनों से दिल्ली में चुनाव प्रचार संभाले हुए हैं।
सतीश पूनिया: हरियाणा में बड़ी जीत दिलाने के बाद अब दिल्ली में भी कई प्रमुख सीटों की जिम्मेदारी उन्हें दी गई है।
सचिन पायलट: वे दिल्ली में कांग्रेस के सबसे सक्रिय नेता हैं और पार्टी के घोषणा पत्र जारी करने से लेकर तिमारपुर, बादली, कस्तूरबा नगर व वजीरपुर समेत कई प्रमुख सीटों पर प्रचार कर रहे हैं।
अन्य कांग्रेसी नेता: अशोक गहलोत, पुष्पेंद्र भारद्वाज, धीरज गुर्जर, अशोक चांदना और संजना जाटव समेत कई नेताओं को भी चुनावी प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आप, बीजेपी व कांग्रेस
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे आएंगे। इस बार आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच सीधी टक्कर देखी जा रही है, जबकि कांग्रेस भी पूरी ताकत झोंक रही है। अब देखना यह होगा कि राजस्थान के किस नेता की अपील सबसे ज्यादा असर डालती है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आप, बीजेपी व कांग्रेस
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे आएंगे। इस बार आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच सीधी टक्कर देखी जा रही है, जबकि कांग्रेस भी पूरी ताकत झोंक रही है। अब देखना यह होगा कि राजस्थान के किस नेता की अपील सबसे ज्यादा असर डालती है।