नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले में नई मर्सिडीज कार शामिल हुई है। मर्सिडीज-मेबैक एस-650 गार्ड वीआर-10 लेवल सुरक्षा से लैस है जो अपने आप में अभी सबसे ज्यादा है।
इस कार पर दो मीटर की दूरी से अगर 15 किलो टीएनटी का विस्फोट किया जाये, तो भी उसका असर नहीं होता है। यह हमले के बाद भी पीएम मोदी पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगे।
किसी अभेद्य किले की तरह इस कार में कई सुरक्षा इंतजाम हैं जो दुश्मन की हर साजिश को नाकाम करने में सक्षम हैं। इसकी कीमत करीब 12 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
नई कार की खास बातें
– पीएम को मिली नयी मर्सिडीज बम और धमाके रहेंगे बेअसर
– मर्सिडीज-मेबैक एस-650
– गैस अटैक की स्थिति में भी रहेगा सुरक्षित
– 15 किग्रा टीएनटी विस्फोट से भी बेअसर
– फ्लैट टायरों पर भी चल सकती है कार
– कार के टैंक गोली के छेद को करती है सील
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन पिछले दिनों जब भारत आए थे, तो उनसे मुलाकात करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी मर्सडीज की लिमोजिन से हैदराबाद हाउस पहुंचे थे। उसके बाद से इसे प्रधानमंत्री के काफिले में शामिल किया गया था।
आपको बता दें कि एसपीजी सुरक्षा विवरण में सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किए गए वाहनों को छह साल में बदलना होता है। प्रधानमंत्री मोदी के लिए करीब आठ सालों तक पिछली कारों का इस्तेमाल किया जा रहा था। ऑडिट रिपोर्ट में इसको लेकर आपत्ति जताई गई थी। रिपोर्ट में कहा गया कि सुरक्षा प्राप्त करने वाले के जीवन से समझौता हो रहा है।
गौरतलब है कि सुरक्षा संबंधित सामानों की खरीद का निर्णय सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति के लिए खतरे की संभावना को देखते हुए किया जाता है। ये निर्णय एसपीजी द्वारा सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की राय लिए बिना स्वतंत्र रूप से लिए जाते हैं। सूत्रों के मुताबिक एसपीजी की सुरक्षा प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के काफिले में शामिल कारों की विशेषताओं पर व्यापक चर्चा राष्ट्रीय हित में नहीं है। इससे केवल सुरक्षा प्राप्त करने वाले के जीवन को खतरा होता है।