रुद्रप्रयाग : वायु सेना के मालवाहक हेलीकॉप्टर चिनूक ने शनिवार को केदारनाथ के लिए ट्रॉयल उड़ान भरी। लौटते हुए चिनूक बीते दो वर्ष से धाम में दुर्घटनाग्रस्त पड़े एमआई-17 हेलीकॉप्टर का तीन टन भारी मलबा भी बरेली साथ ले गया। वहीं, धाम में चिनूक की सफल लैंडिंग से प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। उम्मीद है कि केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यो के लिए इसी माह भारी मशीनें चिनूक से केदारनाथ पहुंचा दी जाएंगी। शनिवार सुबह 8.40 बजे वायु सेना के सबसे बड़े मालवाहक हेलीकॉप्टर चिनूक ने केदारनाथ में लैंडिंग की।
लगभग दो घंटे यह हेलीकॉप्टर केदारनाथ में रहा। वायु सेना की टीम बीते एक सप्ताह से केदारनाथ में डेरा डाले हुई थी। इसी टीम ने दुर्घटनाग्रस्त एमआई-17 हेलीकॉप्टर का मलबा हेलीपैड तक पहुंचाया। चिनूक हेलीकॉप्टर उतारने के लिए केदारनाथ में लंबे समय से तैयारियां चल रही थीं। जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग डीएम वंदना सिंह ने बताया कि पीएमओ को 15 अक्टूबर तक धाम में हेलीपैड तैयार करने का समय दिया गया था। लेकिन, हेलीपैड तय समय से पूर्व ही बनकर तैयार हो गया। इस हेलीकॉप्टर से भारी मशीनें, जेसीबी, डंफर व अन्य निर्माण सामग्री केदारनाथ पहुंचाई जानी है। ताकि पुनर्निर्माण कार्यो को समय से पूरा किया जा सके।