Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) में कड़ा मुकाबला है। कांग्रेस भी रेस में है लेकिन उनकी स्थिति इस बार दिल्ली में कमजोर लग रही है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 5 फरवरी को वोटिंग होनी है और नतीजे 8 फरवरी को आएंगे।
ऐसे में अब दिल्ली में किसकी सरकार बनेगी? इसको लेकर सर्वे होने लगे हैं। कईयों के मन में ये सवाल है कि 10 सालों की एंटी इनकंबेंसी के बाद क्या AAP फिर से सत्ता में बनी रहेगी? या फिर भाजपा कुछ महीने पहले पड़ोसी राज्य हरियाणा में अपनी चौंकाने वाली जीत के बाद पहली बार दिल्ली चुनाव जीत पाएगी? आइए जानें सी-वोटर सर्वे में दिल्ली चुनाव को लेकर क्या कहा गया है?
Delhi Chunav 2025: दिल्ली में किसकी बनेगी सरकार? सी-वोटर सर्वे में क्या आया सामने?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सी-वोटर ने अपने सर्वे में पाया है कि ओपिनियन पोल के लिए संपर्क किए गए 51% लोगों ने कहा है कि दिल्ली चुनाव में फिर से आप की सरकार बन सकती है। वहीं 42 फीसदी लोगों ने कहा है कि दिल्ली में इस बार सत्ता में बदलाव भी हो सकता है।
सर्वे में यह भी कहा गया है कि सरकार बदलने की चाहत रखने वाले लोग कांग्रेस के बजाय भाजपा के पक्ष में वोट कर सकते हैं। मतदाताओं की दुविधा की वजह से इस बार भाजपा का वोट शेयर और सीटों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं कुछ लोगों ने कहा है कि दिल्ली में इस बार दोनों पार्टियों में कांटे की टक्कर होगी। सर्वे में कहा गया है कि भाजपा ने स्टार प्रचारकों, विवादित नेताओं, गुर्जरों से जुड़े जातिगत समीकरणों और हिंदुत्व के मुद्दों को उठाकर संभावित ध्रुवीकरण को आगे लाकर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। भाजपा पार्टी पहले ही दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को कठघरे में खड़ा कर चुकी है।
सट्टा बाजार ने दिल्ली चुनाव को लेकर क्या कहा है?
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान 5 फरवरी को होगा और नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। इस बीच सट्टा बाजार ने भी दिल्ली की भावी सरकार को लेकर भविष्यवाणी की है। राजस्थान के फलौदी सट्टा बाजार के मुताबिक आप को 39 से 41 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि भाजपा को 29 से 31 सीटें मिल सकती हैं। हालांकि कांग्रेस को लेकर कोई भी भविष्यवाणी नहीं की गई है। फलौदी सट्टा बाजार पिछली बार सुर्खियों में तब आया था, जब इसने 2024 में राजस्थान की 9 लोकसभा सीटों के नतीजों की सही भविष्यवाणी की थी। चूरू, जोधपुर, जालौर, कोटा, जयपुर ग्रामीण, बाड़मेर, नागौर और गंगा नगर के बारे में इसकी भविष्यवाणी सही साबित हुई थी।