तीर्थराज प्रयागराज में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना के महासमागम ‘ ‘महाकुम्भ 2025’ में अरैल घाट पर भक्तिमय भजन संध्या तथा संध्याकालीन आरती में सम्मिलित होने का परम सौभाग्य मिला। इस पावन अवसर पर परम पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी तथा अन्य पूज्य साधू संतों का सानिध्य प्राप्त हुआ।
सर्वसिद्धि प्रदान करने वाले महाकुम्भ में सभी श्रद्धालुओं की साधना और मनोकामना पूर्ण हो, यही प्रार्थना है।
हर-हर गंगे!