सिरसा में डबवाली रोड पर स्थित चौ. दलबीर सिंह इंडोर स्टेडियम में अव्यवस्थाओं को लेकर सांसद कुमारी सैलजा ने केंद्रीय युवा कार्यक्रम व खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया को पत्र लिख कर इस स्टेडियम के बेहतर रख-रखाव के लिए मांग की है। उन्होंने पत्र के माध्यम ये केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री को बताया कि सिरसा में डबवाली रोड़ पर स्थित चौ. दलबीर सिंह इंडोर स्टेडियम की दशा दयनीय हो चुकी है। इस स्टेडियम का निर्माण केंद्र सरकार, हरियाणा सरकार व सिरसा की जनता की सहभागिता से 5 जून 1993 को शुरू हुआ था और 1996 में इसका उद्घाटन हुआ था। यह हरियाणा के इंडोर स्टेडियमों में सबसे बड़ा स्टेडियम है। इसमें कई बार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं भी हो चुकी है। इंडोर स्टेडियम में कुश्ती, जिमनास्टिक, टेबल टेनिस, बैडमिंटन बॉक्सिंग सहित इंडोर की खेलें होती रही है। परंतु अब पिछले काफी समय चौ. दलबीर सिंह इंडोर स्टेडियम के रख-रखाव में अनदेखी हो रही है। जिसके चलते खिलाड़ियों को अभ्यास करने व प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए यह स्टेडियम योग्य नहीं है। सांसद कुमारी सैलजा ने केंद्रीय युवा कार्यक्रम व खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया से मांग की है कि खेल विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए जाएं कि इस स्टेडियम का रख-रखाव बेहतर तरीके से करना सुनिश्चित करे। ताकि खिलाड़ियों को इंडोर स्टेडियम से संबंधित खेलों की उचित सुविधाएं मिल सकें।
बता दें कि चौ. दलबीर सिंह इंडोर स्टेडियम में यहां खेल उपकरण धूल फांक रहे हैं तो खेल मैदान विरान हो चुके हैं। कभी इस स्टेडियम में खिलाड़ियों का जमावड़ा लगता था। अब धीरे-धीरे खिलाड़ियों की संख्या कम होती जा रही है। स्टेडियम की व्यवस्थाओं को सही तरीके से देखभाल करने में खेल विभाग की दिलचस्पी कम ही दिख रही है। खेलों को बढ़ावा देने के लिए आए खेल उपकरण खेलों के लिए इस्तेमाल न करके यहां कबाड़ की भांति रख दिए गए हैं। सफाई व्यवस्था का भी जनाजा निकल चुका है। खेल विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के कारण खेलों का वातावरण नहीं बन पा रहा है।
अब स्थिति ऐसी हो गई है कि खेल मैदान वीरान हो चुके हैं। हैंडबॉल व बास्केटबॉल के कोर्ट नाम के ही शेष रह गए हैं। सफाई व्यवस्था का जनाजा निकल चुका है। खेल उपकरणों पर धूल चढ़ी पड़ी है। खेल उपकरण न तो गांवों के स्टेडियमों में भेजे गए हैं और न ही इन्हें स्टोर में रखा गया है। चौ. दलबीर सिंह स्टेडियम मंडी से सटा होने के कारण दिन भर धूल उड़ती रहती है। जिससे खिलाड़ियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।