गुरुग्राम के क्लब में धमाका, फेंके गए देसी बम। कुरुक्षेत्र में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या। 35 दिन में बदमाशों के साथ पुलिस की 15 मुठभेड़, चार पुलिसकर्मियों को लगी गोली। गोली कांड से दहला रोहतक। यह पिछले कुछ दिनों के अखबारों की सुर्खियां हैं, जो हरियाणा में तबाह हो चुकी कानून व्यवस्था का सबूत दे रही हैं। यह कहना है पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का।
लगातार बढ़ रही वारदातों पर चिंता जाहिर करते हुए हुड्डा ने कहा कि रेप, हत्या, चोरी, लूट, डकैती और फायरिंग के बाद अब हरियाणा में बम फेंकने की वारदातें भी होने लगी हैं। हरियाणा की आर्थिक राजधानी गुरुग्राम में हुई बमबारी की वारदात ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रदेश में बदमाश पूरी तरह बेखौफ हैं। उन्हें पुलिस और सरकार का रत्तीभर भी डर नहीं है। बीजेपी सरकार सत्ता के सुरूर में सो रही है और अपराधी बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
हुड्डा ने कहा कि प्रत्येक सरकार की पहली जिम्मेदारी अपने नागरिकों की सुरक्षा करना होता है। लेकिन बीजेपी जब से सत्ता में आई है, उसने अपनी जिम्मेदारी से पूरी तरह मुंह फेर रखा है। यही वजह है कि हरियाणा में अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
इसके चलते हरियाणा में निवेश लगातार घट रहा है। क्योंकि निवेशक उसी प्रदेश में आते हैं, जहां कानून व्यवस्था बेहतर हो। लेकिन बीजेपी ने हरियाणा के कानून व्यवस्था का दिवाला पीट दिया है। इसी वजह से निवेशक हरियाणा से मुंह फेर रहे हैं और प्रदेश में नए रोजगार पैदा नहीं हो रहे व लगातार बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। बेरोजगारी बढ़ने की वजह से अपराध में और इजाफा हो रहा है। यानी बीजेपी ने अपराध और बेरोजगारी के खतरनाक कुचक्र में हरियाणा को फंसा दिया है।
सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से पता चला है कि जनवरी से अगस्त तक हरियाणा में रोज 4 रेप, 3 हत्याएं, 42 वाहन चोरी और 25 घरों में चोरी की वारदातें होती आई हैं। चुनावी साल में भी ये सरकार क्राइम पर रोक नहीं लगा पाई।
IPC क्राइम की बात करें तो 2013 में 72000 मामले सामने आए थे, जो आज दो गुना बढ़कर 1,25,435 हो गए हैं। क्राइम रेट की बात की जाए तो 2013 में 273 था, जो आज बढ़कर 419 हो गया है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी सरकार अपनी कुंभकर्णी नींद से जागे और कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कदम उठाए। जिस तरह 2005 से लेकर 2014 के बीच कांग्रेस सरकार ने प्रदेश से अपराध का सफाया कर दिया था और सारे बदमाश हरियाणा छोड़कर भाग गए थे, अब उसी तरह के सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। ताकि हरियाणा के लोगों की जान-माल को सुरक्षा प्रदान की जा सके।