ISRO Proba 3 Launch: इसरो (ISRO) ने एक बार फिर से इतिहास रच दिया है। जी हां..इसरो ने यूरोपियन स्पेस एजेंसी के Proba 3 मिशन को श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक लॉन्च किया। प्रोबा-3 को आज यानी 5 दिसंबर 2024 की शाम चार बजकर चार मिनट पर लॉन्च किया गया। बता दें, प्रोबा-3 सूरज के कोरोना की स्टडी करेंगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसरो ने बुधवार 04 दिसंबर को एक तकनीकी खामी के कारण प्रोबा-3 की लॉन्चिंग को टाल दिया था। लेकिन, गुरुवार 05 दिसंबर को इसरो ने प्रोबा-3 को श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक लॉन्च किया। बता दें, प्रोबा-3 की लॉन्चिंग सतीश धवन स्पेस सेंटर के लॉन्च पैड एक से PSLV-C59 रॉकेट से की गई।
ऐसा बताया जा रहा है कि मात्र 26 मिनट की उड़ान के बाद इसरो का रॉकेट सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में स्थापित कर देगा। बता दें, प्रोबा-3 दुनिया का पहला प्रेसिशन फॉर्मेशन फ्लाइंग सैटेलाइट है। ये सैटेलाइट सूर्य के बाहरी वातावरण का अध्ययन करेंगे। ऐसा बताया जा रहा है कि प्रोबा-3 में एक नहीं दो सैटेलाइट है, जो लॉन्च होंगे।
सूरज के धुंधले कोरोना का करेगा अध्यन
पहली है कोरोनाग्राफ स्पेसक्राफ्ट और दूसरी है ऑक्लटर स्पेसक्राफ्ट, जिन्हें प्रोबा-3 मिशन के तहत स्पेस में भेजा गया है। ईएसए के अनुसार, ये दोनों सैटेलाइट एकसाथ एक लाइन में 150 मीटर लंबा सौर कोरोनाग्राफ बनाएंगे, जो सूर्य के धुंधले कोरोना का अध्ययन करेगा, जो पहले से कहीं ज़्यादा सौर रिम के करीब होगा।
पीएसएलवी: भारत का विश्वसनीय प्रक्षेपण यान
पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) भारत का पहला लॉन्च व्हीकल है जिसमें लिक्विड स्टेज है। इसका उपयोग ISRO की आवश्यकताओं के आधार पर उपग्रहों और अन्य पेलोड को अंतरिक्ष में ले जाने के लिए किया जाता है। PSLV ने अक्टूबर 1994 में अपना पहला सफल प्रक्षेपण किया और तब से यह ISRO के मिशनों के लिए एक विश्वसनीय संपत्ति है।