Rajasthan Politics: कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और सीएलपी नेता टीकाराम जूली ने बुधवार को दिल्ली में पार्टी हाईकमान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की। करीब 45 मिनट तक चली इस बैठक में कांग्रेस संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने पर विस्तार से चर्चा हुई। इससे पहले PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने बुधवार को 27 ब्लॉकों के लिए कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्षों और कार्यकारी अध्यक्षों की सूची जारी की थी।
हाईकमान ने जताया भरोसा
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस हाईकमान राजस्थान में डोटासरा और जूली की जोड़ी के काम से संतुष्ट है। बैठक में राहुल गांधी ने संगठन को लेकर स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि संगठन को मजबूत करना हमारी पहली प्राथमिकता है। पुराने ढर्रे को छोड़कर बेझिझक सख्त कदम उठाएं और नए चेहरों को मौका दें। बता दें डोटासरा ने हाईकमान को पहले ही उपचुनाव की रिपोर्ट सौंप दी गई थी, जिसके चलते इस पर बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई।
संगठन में बदलाव की तैयारी
मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने डोटासरा से पूछा कि कितने क्षेत्रों में संगठन नेताओं की पसंद के अनुसार बनाया गया है। इस पर डोटासरा ने कहा कि बदलाव के लिए पूरी तैयारी हो चुकी है और केवल नेतृत्व के निर्देश का इंतजार है। राहुल और प्रियंका ने निर्देश दिया कि जिला और ब्लॉक स्तर तक संगठन को पूरी तरह से पुनर्गठित किया जाए। डोटासरा ने बैठक में आश्वासन दिया कि संगठन में बड़े पैमाने पर बदलाव किए जाएंगे। पंचायत और निकाय चुनाव में नए चेहरों को प्राथमिकता दी जाएगी।
हाईकमान ने स्पष्ट किया कि पार्टी की बैठकें अब केवल औपचारिकता तक सीमित नहीं रहेंगी। जिला और ब्लॉक स्तर की बैठकों में सांसद और विधायक अनिवार्य रूप से शामिल होंगे। पीसीसी इस पर नजर रखेगी और अनुपस्थित नेताओं की रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी।
डोटासरा ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भरोसा दिलाया कि राजस्थान कांग्रेस में नई ऊर्जा लाने के लिए संगठन में बड़े बदलाव होंगे। उन्होंने कहा कि पंचायत और निकाय चुनाव में युवाओं और नए चेहरों को प्राथमिकता दी जाएगी।
हाईकमान का संदेश- कांग्रेस को बनाएं मजबूत
बैठक के दौरान प्रियंका गांधी ने स्पष्ट किया कि संगठन को सशक्त बनाना कांग्रेस की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि हर स्तर पर नई पीढ़ी को मौका दें। यह सुनिश्चित करें कि पार्टी की गतिविधियों में सांसद, विधायक और अन्य पदाधिकारी सक्रिय रहें। इस बैठक के बाद माना जा रहा है कि राजस्थान कांग्रेस जल्द ही बड़े बदलावों की ओर कदम बढ़ाएगी। हाईकमान के निर्देशों के बाद प्रदेश में संगठन को नई दिशा देने की कवायद तेज हो गई है।