Kolkata News: बांग्लादेश में युनुस सरकार के तहत हिंदू समुदाय पर हमलों का सिलसिला जारी है। हाल ही में, चटगांव में दो इस्कॉन साधुओं को गिरफ्तार किया गया, जब वे चिन्मय कृष्ण दास को भोजन देने पहुंचे थे। दास की गिरफ्तारी ने देशभर में विरोध प्रदर्शनों को जन्म दिया था, जिसमें भारत से भी तीव्र प्रतिक्रिया आई। 25 नवंबर को चिन्मय कृष्ण दास को राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, और कोर्ट ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया। इस पर भारत ने बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
मामले में हुई नई गिरफ्तारियां
हाल ही में, रुद्रप्रोति केशव दास और रंगनाथ श्याम सुंदर दास नामक दो साधुओं की गिरफ्तारी ने हिंदू समुदाय और भारत के पुजारियों व राजनेताओं का आक्रोश बढ़ा दिया। इस्कॉन के कोलकाता उपाध्यक्ष राधारमण दास ने इन गिरफ्तारियों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस्कॉन के भक्त 1 दिसंबर को बांगलादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना और भजन करेंगे।
भाजपा ने जताया का विरोध
केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने इन गिरफ्तारियों को “न्याय के मूल्यों के खिलाफ” करार देते हुए उनकी तत्काल रिहाई की मांग की और धार्मिक स्वतंत्रता के लिए आवाज उठाने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश पुलिस द्वारा शांतिपूर्ण धार्मिक नेताओं और हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले गहरी चिंता का विषय हैं।
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बांग्लादेश में इस्कॉन साधुओं की गिरफ्तारी और मंदिरों पर हमले
कोलकाता के इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने बांग्लादेश में इस्कॉन के चार ब्रह्मचारी साधुओं की गिरफ्तारी पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा, “अब तक बांग्लादेश में चार इस्कॉन ब्रह्मचारी गिरफ्तार हो चुके हैं। चिन्मय दास को दवा देने गए दो साधुओं को गिरफ्तार किया गया और एक मंदिर बंद किया गया, जबकि दूसरे मंदिर को नष्ट कर दिया गया। इस गिरफ्तारी का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया।”
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गवर्निंग बॉडी कमिश्नर गौरंग दास ने भी जताई चिंता
इस्कॉन के गवर्निंग बॉडी कमिशनर (GBC) गौरंग दास ने कहा कि इस रविवार को आयोजित होने वाला कीर्तन बांग्लादेश के सभी भक्तों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए होगा। भारत सरकार, बांग्लादेश सरकार और इस्कॉन के GBC नेतृत्व के बीच लगातार संपर्क है और भारत का उच्चायोग बांग्लादेश में स्थिति को बेहतर बनाने के लिए समन्वय में काम कर रहा है।
हिंदुओं पर हिंसा के बीच बांग्लादेश ने भारत पर लगाया आरोप
इस मामले पर बांग्लादेश ने भारत पर आरोप लगाया कि भारतीय अस्पतालों ने बांग्लादेशी मरीजों को इलाज देने से इनकार कर दिया। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने भी बांग्लादेश के खिलाफ भारत के अस्पतालों द्वारा उठाए गए कदम का समर्थन किया और भारत प्रेमियों से बांग्लादेश का पूरी तरह से बहिष्कार करने की अपील की।