सदन की कार्यवाही के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की प्रेस कॉन्फ्रेंस
खाद समेत अन्य मुद्दे उठाए गए लेकिन किसी का भी तस्सली बक्श जवाब नही मिला
यूरिया की अब डिमांड बढ़ेगी और यूरिया में भी यही हाल होने जा रहा है
हुड्डा ने कहा प्रदेश के क्वालीफाई बच्चों को दूसरे प्रदेश में जाना पड़ रहा है
एचकेआरएन से जॉब देनी है तो एचएसएससी और एचपीएससी का क्या मतलब है ?
हुड्डा ने कहा सरकार ने अपनी उपलब्धि नही बताई , 10 साल पहले की चर्चा करते है
10 साल पहले प्रति व्यक्ति आय और खेलो में नंबर एक पर था आज कहाँ खड़ा है ?
हुड्डा ने कहा कानून व्वयस्था समेत किसी मे तस्सली बक्श जवाब नही है – हुड्डा
हालात आज यह है साढ़े 4 लाख का कर्ज प्रदेश पर है
10 साल में एक भी मेडिकल कॉलेज सरकार नही बना पाई
हुड्डा ने जीएसडीपी और पर कैपिटा इनकम के भी रखे आंकड़े
बीपीएल से कम करने की सरकार की अचिवमेंट होती है ये लोग बीपीएल बढ़ाने की बात कह रहे है – हुड्डा
हुड्डा ने कहा सरकार को जवाब देने नही आते केवल पर्चे लीक होते है
सदन में विपक्ष के सवालों के तसल्ली बख्श सरकार ने जवाब नहीं दिए
विपक्ष ने बहुत सारे मुद्दे उठाए लेकिन किसी भी मुद्दे का कोई सकारात्मक जवाब भी नहीं दिया।
सरकार ने कहा डीएपी खाद की कमी नहीं है अगर खाद की कमी नहीं है तो लाइन लंबी क्यों लग रही है
सरकार के जिम्मेवारी किसानों को समय पर खाद उपलब्ध करवाना है सीजन निकालने के बाद किसान खाद का क्या करेगा– हुड्डा
अब अगले सीजन में यूरिया की डिमांड बढ़ेगी, उसमें भी ऐसा ही हल होने वाला है
कौशल रोजगार निगम के जरिए जो लोग लगे हुए हैं उनको पूरी तनख्वाह नहीं मिल रही
एक लेटेस्ट रिमोट के अनुसार हरियाणा के 54% से ज्यादा पढ़े लिखे लोग दूसरे राज्यों में जा रहे हैं– हुड्डा
सरकार ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम के जरिए ही नौकरियां देनी है तो भर्ती एजेंसियों का क्या फायदा– हुड्डा
सरकार धान के एमएसपी देने का दावा करती है लेकिन कहीं पर भी एमएसपी नहीं मिला, सस्ते दामों पर धान बेचा
10 साल पहले प्रति व्यक्ति आय, अपराध नियंत्रण आदि क्षेत्रों में हरियाणा नंबर वन था लेकिन आज हरियाणा के 70% गरीबी रेखा से नीचे चले गए हैं– हुड्डा
आज हर चीज के दाम कई गुना बढ़ चुके हैं ऐसे में सरकार को बीपीएल की आय शर्त 2,40,000 करनी चाहिए
हरियाणा की आर्थिक स्थिति भी खराब है 4:30 लाख करोड़ से ज्यादा का कर्ज हरियाणा हो चुका है।
जब हरियाणा में बीजेपी की सरकार बनी थी तब कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज को विश्वविद्यालय बनाने का घोषणा की थी लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ
अर्थव्यवस्था की ग्रोथ भी बहुत कम हो रही है– हुड्डा
बीजेपी सरकार में हरियाणा की ग्रोथ रेट 6 % के आसपास है
बीजेपी सरकार में प्रति व्यक्ति आय में भी कमी आई है
किसी भी सरकार की सफलता गरीबों को कम करना होता है लेकिन बीजेपी सरकार में गरीबों की संख्या बढ़ गई है– हुड्डा
सरकार की शुरुआत में किसानों को खाद नहीं मिल रही है, पुत के गांव पालने में दिख गए हैं– हुड्डा
हमने कभी भी कच्चे कर्मचारियों को हटाने की बात नहीं की हमने उन्हें नियमित करने के लिए कहा था
सरकार कच्ची नौकरी देकर युवाओं की भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है
भर्तियों में कोई मेरिट, आरक्षण नहीं है वर्तमान सरकार दिशाहीन सरकार है– हुड्डा
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विधायक बीबी बतरा का बयान
कांग्रेस किसी को नौकरी से निकलने के खिलाफ नहीं है
जब सरकार एक्सटेंशन लेक्चरर्स को नौकरी पर लगा रही है, तो उन्हें एक ग्रेड पे भी देना चाहिए
बहुत कम सेलरी पर एक्सटेंशन लेक्चरर्स को सेवा सुरक्षा की गारंटी दी जा रही है
बीजेपी स्वच्छता को लेकर बड़ी-बड़ी बात करती है
धरातल पर कोई ध्यान नहीं देती स्वच्छता के नाम पर किया है लेकिन इसका दुरुपयोग होता है
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन के सचिव के पास पैसे पकड़े गए थे सरकार ने उसे बर्खास्त कर दिया
यह पैसा कहां से आया था, किसको मिलना था, सरकार चुप है
सरकार को इसकी सीबीआई से जांच करवानी चाहिए थी
मैंने एक बार विधानसभा में एक व्हाट्सएप चैट भी दिया था लेकिन उसके लेकर कोई जांच नहीं की
व्हाटसएप चैटिंग डॉक्टर के सिलेक्शन से संबंधित थी
विधायक आफताब अहमद ने कहा उन्होंने कैग की रिपोर्ट के आधार को लेकर अस्पतालों में कर्मियों पर सवाल उठाए थे
सरकार ने एक ब्लैक लिस्ट कंपनी से करोड़ों रुपए की दवाइयां खरीदी थी
स्वास्थ्य मंत्री ने जवाब देने की बजाय बचते हुई नजर आए
सरकार ने दो बिल सेलेक्ट कमेटी को भेजने की बात कही थी
सरकार के द्वारा पास के के दो बिल कल वापस आ गए हैं एक बिल को तीसरी बार पास किया गया था
सरकार ने विपक्ष के संशोधनों को स्वीकार नहीं किया
सरकार की गोदाम में दवाई एक्सपायर होना जनता के पैसे की बर्बादी है– आफ़ताब अहमद
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा एंबुलेंस का चार्ज ढाई हजार रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से लिया जाता है इन सभी की जांच होनी चाहिए यह सब आरोप कैग की रिपोर्ट में लगे हैं