हरियाणा की महिला एवं बाल विकास, सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार किसान हितैषी है। किसानों के खेतों की टेल तक नहर का पानी पहुंचे और फसलों की पैदावार लेने में सहूलियत हो, इसको लेकर मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। मंत्री ने अधिकारियों को ये भी निर्देश दिए कि वे प्रदेश के हर जिले में हर विधानसभा क्षेत्र में जाकर पता लगाएं कि किसानों को नहरी पानी की सप्लाई में क्या दिक्कत आ रही है ताकि अतिशीघ्र किसानों को राहत दिलाई जाए। मंत्री जल्द ही विभाग के एसई के साथ बैठक करेंगी और पोर्टल के जरिये परियोजनाओं की ऑनलाइन स्वयं मानीटरिंग करेंगी, ताकि समयावधि में परियोजनाओं को सिरे चढ़ाया जा सके। इसके अलावा शीघ्र ही मंत्री हथिनी कुंड बैराज का निरीक्षण भी कर पानी की सप्लाई का जायजा भी लेंगी।
मंत्री श्रुति चौधरी आज यहां सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के उच्च अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रही थी।
मंत्री ने कहा कि नहरों के पानी की सही से सप्लाई हो और परियोजनाओं के फलीभूत होने में देरी न हो, इसकी वे स्वयं मानीटरिंग करेंगी और रिव्यू बैठक भी का जाएगी।
उन्होंने कहा कि नहरों व रजवाहों की मरम्मत तय समय पर की जाए, ताकि किसानों के खेतों में पानी आसानी से पहुंच सके।
मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभाग की छवि को और बेहतर करना होगा और कार्यों में कोताही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुछ किसानों की शिकायत रहती है कि खेतों में पानी नहीं पहुंच रहा है, इस समस्या का समाधान करने के लिए विभाग के अधिकारी व कर्मचारी तल्लीनता से काम करें। गश्त बढ़ाकर नहरों के पानी की चोरी की भी रोका जाए।
उन्होंने कहा कि डार्क जोन में पानी की किल्लत और ज्यादा न हो, इसको लेकर भी विभाग द्वारा प्लान तैयार करना होगा। कृषि विभाग के साथ मिलकर विभाग ने लोगों को पानी की ज्यादा बर्बादी न करने के लिए भी जागरूक करना होगा। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत प्रोजेक्ट को पूरी शिद्दत के तहत पूरा किया जाए, इसमें लापरवाही न की जाए।
बैठक के दौरान अधिकारियों ने मंत्री को मुख्यमंत्री घोषणाओं सहित अन्य परियोजनाओं के बारे में अवगत कराया। बैठक में सिंचाई एवं जल संसाधन के ईआईसी राकेश चौहान, एमएल राणा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।