सदन की कार्यवाही के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का बयान
राज्यपाल के अभिभाषण में कोई सरकार की अचीवमेंट नहीं बतायी गई
जिस प्रकार से आज हरियाणा है, किसान आज मजबूर हो रहा है DAP खाद नहीं मिल पा रही
किसानों को फसलों पर MSP नहीं मिल रही
राज्यपाल का ये भाषण निरस्त भाषण है
हरियाणा के नए विधान सभा को पर्यावरण मंत्रालय की ओर से मंज़ूरी मिलने पर बोले भूपेंद्र सिंह हुड्डा
मैंने पहले भी कहा था कि अगर चंडीगढ़ में बनाना है तो पहले ही चंडीगढ़ के अंदर 40 प्रतिशत हरियाणा का हिस्सा है
किस नाम की 12 एकड़ ज़मीन आप दे रहे हो हमें इसी विधानसभा को एक्सटेंड करना चाहिए
जब हाई कोर्ट को एक्सटेंड कर सकते हैं तो विधानसभा को एक्सटेंड क्यों नहीं किया जा सकता
हमारे तीन मुद्दे हैं, पहला पानी है, दूसरा हिंदी स्पीकिंग एरिया है– हुड्डा
तीसरा मुद्दा राजधानी को लेकर है, पहले इन सब मुद्दों पर फ़ैसला होना चाहिए
पहले अपने हक़ का पानी लोग दूसरा टेरिटरी लो, फिर बात करेंगे राजधानी की
जब ज्ञानचंद गुप्ता स्पीकर थे तब भी मैंने इस बात का विरोध किया था कि हम ज़मीन को चंडीगढ़ क्यों दे– हुड्डा