चंडीगढ़: वायु प्रदूषण पर पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के प्रोफेसर रविंदर खैरवाल कहते हैं, “अगर हम चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से शुरू होकर इंडो गैंगेटिक बेल्ट में प्रदूषण को देखें। अगर हम इन सभी क्षेत्रों को देखें, तो प्रदूषण खराब से लेकर बहुत गंभीर श्रेणी में है। अगर हम इसका मुख्य कारण देखें तो यह मुख्य रूप से पराली जलाना, वाहन गतिविधि और अन्य प्रदूषक हैं, यानी सेकेंडरी एयरोसोल गठन, इन सभी ने प्रदूषण को बढ़ाया है देखा कि 31 अक्टूबर की शाम 4 बजे से प्रदूषण बढ़ना शुरू हुआ, यानी वाहनों की गतिविधियों के कारण प्रदूषण बढ़ा…”