Ayodhya Deepotsav 2024: अयोध्या में दीपोत्सव का आठवां संस्करण इस बार बेहद खास और ऐतिहासिक होने जा रहा है। 30 अक्टूबर 2024 को होने वाले इस दीपोत्सव में पूरे शहर को 2.8 मिलियन यानी 28 लाख मिट्टी के दीपों से रोशन करने की योजना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में इस बार का आयोजन खास है, क्योंकि यह राम मंदिर में राम लला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के बाद का पहला दीपोत्सव है। पूरे शहर में इसकी तैयारियां अंतिम चरण में हैं, और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
इस दीपोत्सव का उद्देश्य अयोध्या के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व को प्रदर्शित करना है। इस दौरान म्यांमार, नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया, कंबोडिया और इंडोनेशिया के कलाकार उत्तराखंड से राम लीला की प्रस्तुति देंगे। इसके अलावा, भारत के विभिन्न राज्यों से आए कलाकार अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से आयोजन की शोभा बढ़ाएंगे। आइए जानते हैं क्या है इस बार खास?
28 लाख दीपों की जगमगाहट: घाटों, मंदिरों और पूरे अयोध्या शहर को मिट्टी के दीपों से सजाया जाएगा, जिससे पूरा शहर रोशनी से भर जाएगा।
150,000 गौ दीप: विशेष पहल के अंतर्गत पशुपालन विभाग द्वारा 150,000 गौ दीप जलाए जाएंगे। ये दीप पर्यावरण को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं, जो कालिख और प्रदूषण को कम करने में सहायक होंगे।
फूलों से सजावट: पूरे मंदिर परिसर को विशेष रूप से फूलों की सजावट से संवारा जाएगा, जिससे पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जाएगा। ये फूल मंदिर की संरचना को दाग और गंदगी से बचाने में भी मदद करेंगे।
लेजर, ध्वनि और ड्रोन शो: दीपोत्सव की भव्यता को और अधिक रोचक बनाने के लिए लेजर और ध्वनि शो का भी आयोजन किया जाएगा, जिसका लाइव प्रसारण एलईडी दीवारों और वैन के माध्यम से पूरे शहर में किया जाएगा।
सुरक्षा के विशेष प्रबंध
मुख्यमंत्री कार्यालय और पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार की देखरेख में सुरक्षा व्यवस्था को बेहद कड़ा किया गया है। पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां सुनिश्चित कर रही हैं कि दीपोत्सव का आयोजन सुचारू और सुरक्षित तरीके से हो सके।
प्रवेश व्यवस्था: राम की पैड़ी की ओर जाने वाले 17 मार्गों को आम जनता के लिए बंद कर दिया गया है। केवल पास धारकों को ही प्रवेश की अनुमति है।
पुलिस तैनाती: शहर में 20 स्थानों पर पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है, जो व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुस्तैद रहेंगे।
मंदिर की सुरक्षा: मंदिर परिसर को खंडों में विभाजित किया गया है, ताकि हर कोने में रोशनी की विशेष व्यवस्था की जा सके। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और सेवानिवृत्त पुलिस महानिरीक्षक आशु शुक्ला मंदिर संरचना को सुरक्षित बनाए रखने की व्यवस्था का निरीक्षण कर रहे हैं।
अतिरिक्त सुरक्षा बल: आयोजन के दौरान एटीएस, एसटीएफ और सीआरपीएफ कमांडो की टीमें भी तैनात रहेंगी, जो मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगी।
लाइव प्रसारण
राज्य सूचना विभाग ने पूरे कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सुनिश्चित किया है। शहर में प्रमुख स्थानों पर एलईडी दीवारों और वैन की व्यवस्था की गई है, ताकि हर व्यक्ति इस भव्य आयोजन का हिस्सा बन सके। राम की पैड़ी के साथ ही दूरदर्शन और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भी आयोजन का सीधा प्रसारण किया जाएगा।
इस बार का दीपोत्सव न केवल अयोध्या के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए ऐतिहासिक और भव्य होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में होने वाला यह आयोजन अयोध्या के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व को और भी उजागर करेगा। 2.8 मिलियन दीपों की रोशनी में सजी अयोध्या की यह दिव्यता देशवासियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होगी।