घरेलू टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया की जीत का सिलसिला टूट चुका है. लगातार 18 सीरीज पर कब्जा जमाने के भारतीय टीम की बादशाहत खत्म हो गई है. 12 सालों के बाद न्यूजीलैंड पहली टीम बन गई है, जिसने भारत को उसके घर पर टेस्ट सीरीज में मात दी है.
पुणे में मिली जीत के बाद न्यूजीलैंड ने 2-0 की अजेय बढ़त ले ली है और अब उसकी नजर मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले तीसरे मैच पर है. इस करारी शिकस्त के बाद हेड कोच गौतम गंभीर सख्त हो गए हैं. मुंबई टेस्ट से पहले उन्होंने जीत हासिल करने के लिए बड़ा कदम उठाया है.
खिलाड़ियों का छिन गया आराम
भारत और न्यूजीलैंड के बीच अब अगला मुकाबला 1 नवंबर से शुरू होने वाला है. इससे पहले भारतीय टीम के खिलाड़ियों को इससे पहले रिकवरी के लिए 2 दिनों का आराम दिया गया है. यानि 27 और 28 अक्टूबर को रेस्ट के बाद खिलाड़ी फिर से अगले मैच की तैयारी में जुट जाएंगे. इस बीच टीम मैनेजमेंट ने एक बड़ा फैसला लिया है. दरअसल, इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, टीम से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि सभी खिलाड़ियों को 30 और 31 अक्टूबर को दो दिन के प्रैक्टिस के लिए मौजूद रहने को कहा गया है. इसमें बड़ी बात ये है कि ये दोनों प्रैक्टिस सेशन अनिवार्य हैं. टीम का कोई भी खिलाड़ी इसे छोड़ नहीं सकता है. यानि खिलाड़ियों का एक दिन का आराम छिन गया है.
पहले होती थी छूट
बता दें अब तक मैच से एक दिन पहले प्लेयर्स के पास नेट प्रैक्टिस छोड़ने का विकल्प होता था. ताकि, वह मुकाबले के लिए फ्रेश रह सकें. ऐसे में आमतौर पर टीम के तेज गेंदबाज और सीनियर खिलाड़ी टेस्ट मैच से पहले प्रैक्टिस सेशन छोड़ देते थे या फिर हल्की ट्रेनिंग करते थे. वर्कलोड मैनेजमेंट को देखते हुए भारतीय टीम में ये काफी आम प्रचलन था और खिलाड़ी लंबे समय से इसे ही फॉलो कर रहे थे. लेकिन वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के नजरिए से जरूरी मुंबई टेस्ट से पहले गंभीर ने सख्ती बरतते हुए दोनों दिन ट्रेनिंग करना जरूरी कर दिया है.
WTC के फाइनल में जाने के लिए कितनी जीत जरूरी?
टीम इंडिया पुणे टेस्ट से पहले WTC के पॉइंट्स टेबल में 68.06 पर्सेंटेज पॉइंट के साथ टॉप पर बरकरार थी. लगातार दूसरी हार के बाद पर्सेंटेज पॉइंट अब घटकर 62.82 पर आ गया है. हालांकि, भारत अभी भी नंबर वन पर बना हुआ है. इस साइकल में अब रोहित शर्मा की टीम के पास कुल 6 मुकाबले बचे हैं, जिसमें 1 मैच न्यूजीलैंड और बचे हुए 5 मुकाबले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसके घर पर हैं. अगर भारतीय टीम को बिना किसी टीम पर निर्भर हुए फाइनल में जगह बनानी है, तो इनमें से कम से कम 4 मैच जीतने होंगे.