दिल्ली में बढ़ते वायु और जल प्रदूषण पर चर्चा करते हुए दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन ने बीजेपी पर निशाना साधा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में आतिशी ने कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण के साथ-साथ यमुना में जल प्रदूषण भी बढ़ रहा है.
इसका सबसे बड़ा कारण भाजपा की गंदी राजनीति है. सीएम आतिशी ने कहा दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का मुख्य कारण पराली जलाना है, लेकिन पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद पराली जलाने की घटनाओं में 50% की कमी आई है.
सीएम ने आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकारें पराली जलाने की रोकथाम के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही हैं.
दिल्ली प्रदूषण के लिए दूसरे राज्य हैं जिम्मेदार
उन्होंने आनंद विहार आईएसबीटी का उदाहरण देते हुए बताया कि दिल्ली में सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें चलाई जा रही हैं. जबकि दूसरे राज्यों से डीजल बसें आ रही हैं, जिसके कारण प्रदूषण बढ़ रहा है. उन्होंने उत्तर प्रदेश और हरियाणा के ईंट भट्टों और थर्मल पावर प्लांट्स को भी बढ़ते प्रदूषण का जिम्मेदार बताया.
वहीं यमुना में बढ़ते झाग और प्रदूषण पर बोलते हुए आतिशी ने कहा कि हरियाणा से 165 एमजीडी और उत्तर प्रदेश से 55 एमजीडी औद्योगिक कचरा यमुना में हर दिन छोड़ा जा रहा है, जिससे जल प्रदूषण बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए दिल्ली सरकार लगातार काम कर रही है और इसके साथ ही उन्होंने कहा अगर बीजेपी इसके लिए सख्त कदम नहीं उठाएगी तो, जरूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे.
‘बीजेपी यमुना की सफाई नहीं होने देती’
वहीं आप नेता सत्येंद्र जैन ने भी प्रेस कान्फ्रेंस में बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा यमुना को साफ करने के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार ने बड़े पैमाने पर काम किया है. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह यमुना की सफाई नहीं होने देना चाहती क्योंकि इससे उनका राजनीतिक स्वार्थ प्रभावित होता है. उन्होंने कहा की बादशाहपुर ड्रेन से हरियाणा से तकरीबन पौने 200 एमजीडी औद्योगिक वेस्ट पानी डाला जाता है. और जब हम आवाज उठाते हैं तो हमें गिरफ्तार कर लिया जाता हैं.
उन्होंने आगे कहा बीजेपी वाले बस फोटो खिंचवाने पहुंच जाते हैं. यमुना में झाग ऐसे ही नहीं बनता, कालिंदी कुंज पर बैराज को यूपी सरकार चलाती है, उसके गेट बंद करने की वजह से झाग बन रहे हैं. उन्होंने कहा सारे गेट अभी खोल दो झाग हट जाएंगे. साथ ही उन्होंने बताया कि बनारस में दिल्ली से ज्यादा प्रदूषण है. दिल्ली के सारे थर्मल पावर प्लांट बंद हैं लेकिन NCR में थर्मल पावर प्लांट चल रहे हैं और 3000 ईंट के भट्टे चल रहे हैं. जिसके कारण प्रदूषण इससे बढ़ रहा है.