उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कांग्रेस नेता और वायनाड से पार्टी उम्मीदवार प्रियंका गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है. कांग्रेस पार्टी ने यह आरोप लगाया है और पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि इतनी गंदी और ओछी टिप्पणी की जितनी भर्त्सना करूं वो कम है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी मंत्री ने यह साबित कर दिया कि उनकी और बीजेपी की सोच महिला विरोधी है.
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “UP BJP में एक निहायती बद्दिमाग मंत्री है, उनका नाम है दिनेश प्रताप सिंह. उन्होंने इतनी गंदी और ओछी टिप्पणी एक महिला के लिए की और प्रियंका गांधी के लिए की कि उसकी जितनी भर्त्सना करूं वो कम है, लेकिन असलियत ये है कि दिनेश प्रताप सिंह ने एक बार फिर से साबित कर दिया कि उनकी और भारतीय जनता पार्टी की कितनी महिला विरोधी कितनी अभद्र, कितनी भद्दी कितनी गन्दी सोच है.” दिनेश प्रताप ने कहा था, “अन्ततः लड़की लड़ नहीं पाई और भाग ही गई वहां जहां लड़ना न पड़े. बूढ़ी जो हो गई.”
अपनी हार से उबर नहीं पाएं हैं दिनेश प्रताप!
प्रियंका गांधी पर टिप्पणी करने वाले बीजेपी मंत्री पर सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “जिस भाषा का उन्होंने इस्तेमाल किया है वो वही बोल सकता है जो वस्तुतः महिलाओं का विरोधी हो, लेकिन मैं दिनेश प्रताप सिंह जैसे आदमी से एक बात कहना चाहती हूं. आपने अपने असली चाल चरित्र का परिचय तो दे दिया, लेकिन एक बात ये भी सच है कि जो हार आपकी हुई और जो करारी हार आपकी रायबरेली में हुई उससे आप अभी तक उभर नहीं पाए हैं.”
राहुल गांधी जी से करारी हार झेल चुके BJP नेता दिनेश प्रताप सिंह ने @priyankagandhi जी के लिए अनुचित शब्द कहे हैं।
BJP के लोगों की सोच ही कुंठित और महिला विरोधी है।
उन्होंने एक बार फिर अपना और BJP का असली 'चाल-चरित्र-चेहरा' देश को दिखा दिया है।
pic.twitter.com/EQz7uSoIxv— Congress (@INCIndia) October 16, 2024
सब एक ही थाली के चट्टे-बट्टे!
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “लगता है आपके मन की ये कुंठा है कि आप प्रियंका गांधी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग कर रहे हैं, लेकिन BJP आप ही के जैसे लोगों से भरी है. फिर चाहे वो कुलदीप सिंह सेंगर हो या ब्रजभूषण सिंह हो या दिनेश प्रताप सिंह हो सब एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं. आप ही के जैसे लोगों ने BJP को और आप ही के जैसे लोगों ने इस समाज को महिला विरोधी बनाने में पूरा योगदान दिया है.
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “मैं इतना कहना चाहती हूं कि चुनावी हार से उभरिए और महिलाओं की इज्जत करना सीखिए. आप राजनैतिक और सार्वजनिक जीवन में होने लायक इंसान नहीं हैं. आप जितने निकम्मे मंत्री हैं उससे निहायती घटिया इंसान भी हैं.”