हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि किसानों की फसल का एक-एक दाना खरीदा जायेगा। किसानों को तय समय में फसल खरीद का भुगतान भी सुनिश्चित किया जा रहा है।सरकार किसानों के हितो की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। मंडियों में किसानों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं, ताकि उन्हें अपनी फसल बेचने में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न आए। साथ ही, मंडियों से धान उठान का काम भी सुनिश्चित किया जायेगा।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को जिला कुरुक्षेत्र में पीपली, लाडवा व बबैन अनाज मंडियों का दौरा कर रहे थे। यहां पहुंचने पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. जी अनुपमा, उपायुक्त श्री राजेश जोगपाल व पुलिस अधीक्षक श्री वरूण सिंगला ने मुख्यमंत्री को पुष्पगुच्छ देकर उनका अभिनंदन किया। इस मौके पर पूर्व राज्यमंत्री श्री सुभाष सुधा भी उपस्थित रहे।
श्री नायब सिंह सैनी ने अनाज मंडी का दौरा करते हुए मॉइस्चर मीटर के माध्यम से धान की नमी भी चैक की। उन्होंने इस मौके पर किसानों, आढ़ती व यूनियन के पदाधिकारियों के साथ बातचीत करके धान के खरीद कार्य के बारे में जानकारी भी हासिल की। उन्होंने कहा कि तय पैरामीटर के अनुसार धान खरीद का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। धान के साथ-साथ बाजरे की भी सरकारी खरीद की जा रही है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनने पर प्रदेशवासियों व कार्यकर्ताओं को बधाई भी दी और इसके लिए आमजन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि शपथ समारोह से पहले पूर्व घोषित वादे के अनुरूप 25 हजार पदों का रिजल्ट जल्द निकाल दिया जायेगा।
कांग्रेस पार्टी पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार और परिवारवाद के दलदल में फंसी हुई पार्टी है। पहले कईं राज्यों में उन्होंने झूठ बोलकर सत्ता हासिल की थी, जिसमें हिमाचल, कर्नाटक व अन्य राज्य शामिल हैं। लोगों का कांग्रेस से विश्वास उठ चुका है।
किसानों व आढ़तियों की सुनी समस्याएं
मुख्यमंत्री ने धान खरीद कार्य का जायजा लेने के दौरान किसानों व आढ़तियों से सीधा संवाद करते हुए उनकी समस्याएं भी जानी। इस दौरान किसानों ने जीरी का उठान न होने बारे, आरओ न कटने बारे व अन्य समस्याएं रखीं। मुख्यमंत्री ने मौके पर ही सम्बंधित अधिकारियों को इन समस्याओं का निपटान करने के निर्देश देते हुए कहा कि मंडियों में किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आनी चाहिए। यदि कोई स्थानीय मिलरर्ज धान की खरीद या उठान नहीं कर रहा तो दूसरा कोई भी मिलर इस कार्य को कर सकता है।
उन्होंने कहा कि कोई भी किसान किसी भी मंडी में जाकर अपनी फसल बेच सकता है। इस दौरान उन्होंने धान खरीद कार्य में लापरवाही करने वाले अधिकारियों को लताड़ लगाते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि किसानों को मंडियों में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। यदि कोई इस कार्य में लापरवाही बरतता है तो उसके खिलाफ तुरंत कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।