हरियाणा के मेरे प्यारे बहनों-भाइयों आप सबको मेरी राम-राम।
आज मतदान का शुभ दिन है। 10 सालों के कुशासन वाले राज का अत्याचार – किसानों, कर्मचारियों नौजवानों, पहलवानों, माताओं-बहनों, व्यापारियों, वंचित तबकों- सबने झेला है। इस कुशासन में आपसे- नौकरी, कमाई, पेंशन, राशन छीनकर, आपको खून के आंसू रुलाये गए हैं। हरियाणावासियों के शरीर पर पड़ी लाठियों की एक-एक चोट 10 सालों के अत्याचारी शासन की गवाह है।
ये वक्त अपने लोकतान्त्रिक अधिकार का इस्तेमाल करते हुए अन्याय-अत्याचार वाली सत्ता को वोट की चोट देने का है। भारी संख्या में मतदान करिये और अत्याचार-अन्याय को हराकर हरियाणा के लिए एक नए सवेरे का आगाज करिये।