डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने देश की राजनीति को नई दिशा दी। अरविंद केजरीवाल ने दूनिया को बताया कि यदि देश का विकसित करना है तो बिजली, पानी, शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार को लेकर ईमानदार राजनीति करनी पड़ेगी। अरविंद केजरीवाल ने इनकम टैक्स में कमीश्नर की नौकरी छोड़कर गरीबों की लड़ाई लड़ी और आरटीई कानून बनवाया। फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना शुरू किया और व्यवस्था बदलने के लिए आम आदमी पार्टी बनाई। उसके बाद दिल्ली में सरकार बनाई और दूनिया के सबसे बेहतरीन स्कूल, अस्पताल बनाए और युवाओं रोजगार दिया।
उन्होंने कहा कि जब तीन काले कृषि कानून बने तो केंद्र सरकार ने दिल्ली के स्टेडियम को जेल बनाने के लिए मांगा तो अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये देश के अन्नदाता हैं। इनके लिए जेल बनाने के लिए दिल्ली की एक इंच जमीन नहीं दूंगा। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में काम करके दिखाया तो प्रधानमंत्री मोदी ने आम आदमी पार्टी के सभी नेताओं को जेल में डाल दिया। लेकिन उन्होंने अरविंद केजरीवाल को तो बंद कर दिया लेकिन उनकी सोच को बंद नहीं कर पाए।
उन्होंने कहा सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया कि इस केस से अरविंद केजरीवाल का दूर दूर तक कोई संबंध नहीं है, बीजेपी ने एजेंसियों का गलत इस्तमाल किया है। तब अरविंद केजरीवाल ने जेल से बाहर आने के बाद दूसरी बार मुख्यमंत्री की कुर्सी से इस्तीफा देकर जनता की अदालत में गए और कहा कि दिल्ली की जनता कहेगी ताे इस कुर्सी पर बैठूंगा। बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल को बहुत तोड़ने की कोशिश की लेकिन इनको झुका नहीं सकी। कल फिर बीजेपी के इशारे पर सांसद कंगना रनौत ने बयान दिया कि तीन कृषि कनून फिर से बनने चाहिए। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि सड़क से लेकर संसद तक पूरी ताकत लगा देंगे लेकिन इस कानून को दोबारा नहीं आने देंगे। आज मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि शंभू बॉर्डर पर किसान नहीं मुखोटे बैठे हैं। मैं बीजेपी को बताना चाहता हूं कि अरविंद केजरीवाल के सिपाही किसानों के साथ हैं। यदि किसानों के लिए ये भाषा बोलोगे तो किसान आपको भगाने का काम करेंगे।