सूत्रों की माने तो सुनीता केजरीवाल हो सकती है दिल्ली की अगली मुख्य मंत्री। इसके कुछ कारण भी हो सकते है।
पहला कि अगर सुनीता केजरीवाल मुख्य मंत्री बन जाती है तो उन्हें चुनाव नहीं लड़ना पड़ेगा क्योकि अगले पांच महीनों में दिल्ली विधान सभा के चुनाव होने है और सुनीता केजरीवाल बिना चुनाव लड़े छ महीनों तक मुख्य मंत्री बनी रह सकती है।
दूसरा कारण अरविन्द केजरीवाल को मुख्य मंत्री निवास खाली नहीं करना पड़ेगा।
तीसरा कारण ऐसा करने से मुख्य मंत्री का पद घर में ही बना रह सकता है।
चौथा कारण कि वैसे भी अरविन्द केजरीवाल सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार केजरीवाल न तो मुख्य मंत्री कार्यालय जा सकते है और ना ही किसी सरकारी फाइल पर हस्ताक्षर कर सकते है।
पाँचवा कारण अगर वो ऐसा करते है तो उन्हें दो राज्यों में हो रहे चुनावों में प्रचार करने का जायदा अवसर मिले सकेगा।
इससे पहले बिहार के पूर्व मुख्य मंत्री लालू प्रसाद यादव भी कर चुके है, उन्होंने ने भी अपने बाद अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्य मंत्री बना दिया था।