दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के ‘मैं 2 दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं’ वाले बयान पर आप सांसद संदीप पाठक कहते हैं, “…अरविंद केजरीवाल ने अपने सिद्धांतों के चलते अपनी पहली सरकार से सिर्फ 49 दिनों में इस्तीफा दे दिया… उनका एकमात्र उद्देश्य देश के लिए काम करना है। आज जिस तरह के आरोप भाजपा द्वारा अरविंद केजरीवाल पर लगाए जा रहे हैं, वह किसी भी स्वाभिमानी व्यक्ति द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है… जब से दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार बनी है, तब से उन्हें कुछ नहीं मिल रहा है। सत्ता। हर कदम पर, उन्हें अपने कर्तव्यों का पालन करने से रोका गया है… अदालत ने अरविंद केजरीवाल को दफन कर दिया है… यह लोग थे जिन्होंने अरविंद केजरीवाल पर भरोसा किया और उन्हें अपना सीएम चुना जो लोग तय करेंगे कि क्या उन्हें दिल्ली का सीएम बने रहना चाहिए… उन्होंने जेल से इस्तीफा नहीं दिया क्योंकि वह एक प्रवृत्ति स्थापित करना चाहते थे कि यदि आप पर एक तानाशाह का प्रभुत्व है, तो आपको अपनी नैतिकता, लोकतांत्रिक के लिए खड़ा होना होगा मूल्य और संविधान…”