भारतीय क्रिकेट टीम ने आज से ठीक 18 साल पहले अपना पहला टी20 मैच खेला था। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए इस मुक़ाबले में भारत ने शानदार जीत दर्ज़ कर इतिहास रचा था। तब से लेकर अबतक भारत के लिए 115 खिलाड़ियों टी20 क्रिकेट में डेब्यू किया है। भारत के लिए सबसे ज्यादा टी20 मुक़ाबले पूर्व भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने खेले हैं। लेकिन 5 ऐसे भी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने मात्र एक टी20 मुक़ाबले खेलने के बाद संन्यास ले लिया। इन खिलाड़ियों में दो महान बल्लेबाज भी शामिल हैं।
सचिन तेंदुलकर
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट और वनडे फॉर्मेट में जमकर रन बनाए हैं। सचिन क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्याद रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। लेकिन इस महान बल्लेबाज ने मात्र एक अंतरराष्ट्रीय टी20 मुक़ाबला खेला है। 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत के टी20 क्रिकेट के इतिहास के पहले मुक़ाबले में सचिन टीम का हिस्सा थे। वीरेंद्र सहवाग की कप्तानी वाली टीम ने इस मैच को जीता था और सचिन ने मात्र 10 रनों का योगदान दिया था।
दिनेश मोंगिया
कभी वनडे क्रिकेट में भारतीय टीम के मुख्य ऑलराउंडर माने जाने वाले दिनेश मोंगिया को अंतरराष्ट्रीय टी20 किस्मत आजमाने का ज्यादा मौका नहीं मिला। मोंगिया भी 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए इस मैच का हिस्सा थे और तीन नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 38 रनों की पारी खेली थी। वह उस मैच का सबसे बड़ा स्कोर भी था। 2003 वर्ल्ड कप में मोंगिया भारतीय टीम का हिस्सा भी थे।
राहुल द्रविड़
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने भी मात्र एक अंतरराष्ट्रीय टी20 मुक़ाबला खेला है। द्रविड़ को यह मौका उनके करियर के अंत में मिला। इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले गए इस मुक़ाबले में द्रविड़ ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 21 गेंद पर 31 रनों की पारी खेली थी। इस दौरान द्रविड़ ने स्पिनर समित पटेल के एक ओवर में लगातार तीन छक्के भी जड़े थे।
मुरली कार्तिक
स्पिनर मुरली कार्तिक ने भारत 2007 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय टी20 मुक़ाबला खेला था। मुरली ने उस मुक़ाबले में 4 ओवर में 27 रन दिए थे और एक भी विकेट हासिल नहीं कर पाये थे। यह मुरली के करियर का एक मात्र अंतरराष्ट्रीय टी20 मुक़ाबला था।
एस बद्रीनाथ
सुब्रमण्यम बद्रीनाथ का अंतरराष्ट्रीय करियर ज्यादा लंबा नहीं रहा। उन्हें 7 वनडे, दो टेस्ट और मात्र एक अंतरराष्ट्रीय टी20 मुक़ाबला खेलने का मौका मिला। बद्रीनाथ ने यह मैच 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन खेला था। इस मैच में भारतीय बल्लेबाज ने 37 गेंद पर 43 रनों की पारी खेली थी। जिसके लिए उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ भी चुना गया था। लेकिन इसके बाद उन्हें भारतीय टीम से खेलने का मौका नहीं मिला।