पश्चिम बंगाल में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में डॉक्टरों का गुस्सा उफान पर है। देशभर के डॉक्टर इसके विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं।
इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने इस मामले में प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कोलकाता में महिला चिकित्सक से दुष्कर्म और हत्या की घटना पर कार्रवाई के लिए देश में कानून और संविधान है। इसके बावजूद इस घटना को पिछले दस दिन से हाईलाइट किया जा रहा है। यह पश्चिम बंगाल सरकार को बदनाम करने और गिराने की साजिश है। भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि भाजपा शासित राज्यों में भी दुष्कर्म और हत्या जैसी घटनाएं हो चुकी हैं, मगर वहां इन मामलों को दबाया जाता रहा है। राकेश टिकैत के इस बयान पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने टिकैत के बयान को शर्मनाक बताया।
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, “यह बयान शर्मनाक है, जो राकेश टिकैत जैसा व्यक्ति दे सकता है। राहुल गांधी ने भी कहा था कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में दुष्कर्म और हत्या ध्यान भटकाने वाला मामला है। उन्होंने कहा कि यह ममला बनर्जी सरकार के खिलाफ एक षड़यंत्र है, जो पिछले 10 दिनों से जारी है। मैं राकेश टिकैत से पूछना चाहता हूं कि क्या सुप्रीम का हस्तक्षेप भी दुष्प्रचार और षड़यंत्र है? सुप्रीम कोर्ट ने ममता बनर्जी सरकार को फटकार लगाई और बताया कि कैसे सबूतों को छिपाया गया है। क्या सुप्रीम कोर्ट भी इस षड़यंत्र में शामिल है? आप हमें यह बताइए कि पीड़िता के माता-पिता जो न्याय मांग रहे हैं और यह कह रहे हैं कि ममता बनर्जी उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन नहीं दे रही, क्या वे भी इस षड़यंत्र में शामिल हैं? राहुल गांधी इसे ध्यान भटकाने वाला मामला कह रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “जब अपने ही नेताओं पर दुष्कर्म का आरोप लगता है तो अखिलेश यादव कहते हैं कि लड़की का नार्को टेस्ट होना चाहिए। ये सब चुप रहने की साजिश कर रहे हैं। पहले दिन से सबूतों को नष्ट किया जा रहा है। डॉक्टरों और प्रदर्शनकारियों की आवाज दबाने के लिए सरकार का तानाशाह रवैया रहा है। लेकिन जो संविधान बचाओ के नारे लगा रहे थे, उनमें से किसी ने आगे आकर एक शब्द भी नहीं कहा। पिछले पांच दिनों में आपने ममता बनर्जी के बंगाल में कई दुष्कर्म के मामले देखें होंगे। डॉक्टरों और नर्सों पर हमले जारी हैं, लेकिन कोई भी मुंह खोलने को तैयार नहीं है। उल्टा वे सभी ममता बनर्जी को बचाने में लगे हैं। अब इंडिया गठबंधन को राहुल गांधी और राकेश टिकैत के बयान पर अपना मुंह खोलना होगा।”
क्या है बंगाल में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या का मामला
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना आठ अगस्त की रात की है। मृतक मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर थीं। गुरुवार को अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद रात के 12 बजे उसने अपने दोस्तों के साथ डिनर किया। इसके बाद से महिला डॉक्टर का कोई पता नहीं चला। शुक्रवार सुबह उस वक्त मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया जब चौथी मंजिल के सेमिनार हॉल से अर्ध नग्न अवस्था में डॉक्टर का शव बरामद हुआ। घटनास्थल से मृतक का मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किया गया। पोस्टमॉर्टम की शुरुआती रिपोर्ट से पता चला है कि महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी। जूनियर महिला डॉक्टर का शव गद्दे पर पड़ा हुआ था और गद्दे पर खून के धब्बे मिले। शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि मृतक महिला डॉक्टर के मुंह और दोनों आंखों पर था। गुप्तांगों पर खून के निशान और चेहरे पर नाखून के निशान पाए गए। होठ, गर्दन, पेट, बाएं टखने और दाहिने हाथ की उंगली पर चोट के निशान थे।