हरिद्वार, उत्तराखंड: स्वतंत्रता दिवस पर बोलते हुए योग गुरु स्वामी रामदेव कहते हैं, “…चिकित्सा स्वतंत्रता का सपना आज भी बड़ा सपना है क्योंकि एलोपैथी की जहरीली दवाएं खाकर हर साल करोड़ों लोग मर रहे हैं…”
वह आगे कहते हैं, “…सोशल मीडिया के माध्यम से एक बड़ा वैचारिक युद्ध चल रहा है। यह भारत के बच्चों और युवाओं को नष्ट कर रहा है। यह लोगों में वासना को भड़का रहा है। बलात्कार और सामूहिक बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। इसका एक कारण यह है कि हम योग से खुद को दूर कर रहे हैं। पूरे देश में एक ‘तांडव’ हो रहा है। भारत साधुओं की भूमि है और जब हम यहां सामूहिक बलात्कार जैसी घटनाएं देखते हैं, तो यह हमें झकझोर देता है। इसलिए, 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रतिज्ञा की है कि राजनीतिक, शैक्षणिक, चिकित्सा, आर्थिक, वैचारिक और सांस्कृतिक स्वतंत्रता के अलावा, हम इस देश में बीमारियों, नशीली दवाओं और वासना से मुक्ति दिलाने में मदद करेंगे…”