नई दिल्ली/वॉशिंगटन. बांग्लादेश में राजनीतिक उठापटक के बीच हिन्दुओं के खिलाफ हो रही हिंसा पर जहां अखिलेश यादव और राहुल गांधी की ओर से हैरतअंगेज चुप्पी ओढ़ी हुई है, वहीं अमेरिका में प्रेजिडेंट पद के दावेदार रहे विवेक रामास्वामी ने इस मसले पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हिन्दुओं को निशाना बनाना बंद करो.
रामास्वामी ने जोर देकर कहा कि कट्टरपंथी अब हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बना रहे हैं. 1971 में बलात्कार और हिंसा की गलतियों को सुधारने के लिए शुरू किया गया कोटा संघर्ष अब 2024 में और अधिक बलात्कार और हिंसा की ओर ले जा रहा है. खून खराबा ही शिकायत और पीड़ित होने का लास्ट पॉइंट रह गया है. उन्होंने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर पोस्ट करके कहा कि बांग्लादेश को देखकर यह सोचना बड़ा मुश्किल है कि हम अपने देश में इस सबसे क्या सबक सीख सकते हैं.
उन्होंने इस लंबी पोस्ट में कोटा प्रणाली के लिए चेतावनी शब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा- बांग्लादेश ने 1971 में अपनी स्वतंत्रता के लिए खूनी युद्ध लड़ा.. सैकड़ों हजारों बांग्लादेशी नागरिकों का बलात्कार किया गया और उनकी हत्या कर दी गई थी.. यह एक त्रासदी थी और इसका सही मायने में शोक मनाया गया मगर इसके बाद बांग्लादेश ने अपनी सिविल सेवा में नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली लागू कर दी… 80% नौकरियां स्पेसिफिक सोशल ग्रुप्स (वार-वेटरन, बलात्कार पीड़ित, कम प्रतिनिधित्व वाले निवासियों आदि) को आवंटित की गईं.. केवल 20% योग्यता के आधार पर आवंटित की गईं.
कोटा प्रणाली को बताया हादसा और कहा- अब मुश्किल है कि…
रामास्वामी ने कहा कि 2018 में विरोध प्रदर्शनों के कारण बांग्लादेश ने अधिकांश कोटा खत्म कर दिया था लेकिन इसका विरोध होने के बाद इसे फिर से लागू किया गया. इससे और अधिक विरोध प्रदर्शन शुरू हुए जिससे सरकार गिर गई और प्रधानमंत्री भाग गईं. उन्होंने कहा कि एक बार अराजकता शुरू हो जाने पर इसे आसानी से कंट्रोल नहीं कर सकते. कट्टरपंथी अब हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बना रहे हैं.
खालिदा जिया की पार्टी के नेता ने कहा- कोई सांप्रदायिक हिंसा नहीं हुई
बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हुए हमलों की घटनाओं के बीच हाल ही में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के महासचिव मिर्जा इस्लाम आलमगीर ने कहा कि मीडिया यह प्रचारित कर रहा है कि बांग्लादेश में सांप्रदायिक अत्याचार हो रहे हैं. यह बिल्कुल भी सच नहीं है. उन्होंने कहा कि अलग-अलग मीडिया एक तरह की गलतफहमी और बहुत दुर्भाग्यपूर्ण प्रचार कर रहा है.
मोहम्मद यूनुस ने किया मंदिरों का दौरा…
नोबेल पुरस्कार विजेता और अब देश की कमान संभाल रहे मोहम्मद यूनुस मंगलवार को एक सदियों पुराने मंदिर गए और परेशान हिंदुयों से मुलाकात की. उन्होंने उनसे धैर्य रखने का आग्रह करते हुए आश्वासन दिया कि उनकी सरकार अल्पसंख्यक सदस्यों पर हमला करने वालों को सजा करेगी.