नेशनल डेस्क : आज मंगलवार को लोकसभा में टीएमसी नेता सौगत राय ने प्रश्नकाल के दौरान वामपंथी उग्रवाद से संबंधित एक पूरक प्रश्न उठाया। राय ने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार ने पश्चिम बंगाल में वामपंथी उग्रवाद को काफी हद तक नियंत्रित किया है।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पश्चिम बंगाल में उग्रवाद की घटनाएं पहले अधिक होती थीं, लेकिन ममता बनर्जी की सरकार की कोशिशों से स्थिति में सुधार आया है। राय के अनुसार, राज्य सरकार ने आदिवासी समुदायों को अधिक से अधिक रोजगार देने की पहल की है, जिसके परिणामस्वरूप आज पश्चिम बंगाल में उग्रवाद काफी हद तक समाप्त हो चुका है।
सौगत राय ने ममता बनर्जी सरकार के पश्चिम बंगाल मॉडल की तारीफ करते हुए केंद्र सरकार से सवाल पूछा कि क्या केंद्र सरकार इस मॉडल का अध्ययन करेगी ताकि इसे अन्य राज्यों में भी अपनाया जा सके, विशेष रूप से उन राज्यों में जहाँ वामपंथी उग्रवाद अभी भी एक समस्या है, जैसे छत्तीसगढ़ और अन्य प्रभावित क्षेत्र।
इस पर गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर दिया, ‘यदि कोई राज्य अच्छा काम करता है, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को उसकी सफलता के उदाहरण को लागू करने में कोई समस्या नहीं है। हालांकि, हर राज्य अपने स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लेता है और कोई भी राज्य यह नहीं चाहेगा कि पश्चिम बंगाल का मॉडल पूरी तरह से उसके यहाँ अपनाया जाए। हर राज्य की अपनी विशेष परिस्थितियाँ और समस्याएँ होती हैं, जिन्हें ध्यान में रखकर नीति बनानी पड़ती है।’
अमित शाह ने इस टिप्पणी के जरिए यह स्पष्ट किया कि जबकि सफलता के मामलों को देखा और सीखा जा सकता है, लेकिन किसी एक मॉडल को पूरे देश में एक जैसा लागू करना हर राज्य की अपनी विशिष्टताओं और जरूरतों के अनुसार उपयुक्त नहीं हो सकता।