एजेंसी, नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में आई बाढ़ पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दावे को लेकर उन पर निशाना साधते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि वह उनका सम्मान करते हैं, लेकिन इस तरह की धारणा वह स्वीकर नहीं कर सकते हैं।
दरअसल ममता बनर्जी ने कहा था कि झारखंड से अचानक पानी छोड़े जाने की वजह से बाढ़ आई है।
ममता ने कहा था कि उन्होंने इस विषय पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी चर्चा की है। ममता बनर्जी ने रविवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘अभी-अभी मैंने झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन जी से बात की और उनसे बाढ़ की उभरती स्थिति पर चर्चा की। मैंने उनसे तेनुघाट से अचानक और भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के मामले पर चर्चा की, जिससे पहले ही बंगाल में बाढ़ आनी शुरू हो गई है।’
झारखंड का पानी बंगाल में आ रहा: ममता
ममता ने लिखा, ‘मैंने उनसे (हेमंत सोरेन से) कहा कि झारखंड का पानी बंगाल में बाढ़ ला रहा है और यह मानव निर्मित है। मैंने उनसे अनुरोध किया कि कृपया इस बात का ध्यान रखें। इस बीच मैं स्थिति पर नजर रख रही हूं और मैंने दक्षिण बंगाल के साथ-साथ उत्तरी बंगाल के सभी संबंधित डीएम से बात की है। मैंने डीएम को विशेष रूप से सतर्क रहने और अगले 3/4 दिनों में आपदा की स्थिति का उचित ध्यान रखने को कहा है। मैंने उनसे सभी एहतियाती कदम उठाने को कहा ताकि कहीं भी कोई अप्रिय घटना न हो।
हिमंत बोले- इस तरह की धारणा स्वीकार नहीं
ममता के इस दावे का असम के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता हिमंत बिस्वा ने विरोध किया है और कहा कि प्राकृतिक आपदा के लिए किसी राज्य को दोष देना सही नहीं है। उन्होंने ममता बनर्जी के बयान पर निशाना साधते हुए एक्स पर लिखा, ‘मैं दीदी का सम्मान करता हूँ, लेकिन मैं उनकी इस धारणा को स्वीकार नहीं कर सकता कि झारखंड सरकार पश्चिम बंगाल में आई बाढ़ के लिए जिम्मेदार है। दोनों सरकारों को लोगों की कठिनाइयों को कम करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।’
मैं दीदी का सम्मान करता हूँ, लेकिन मैं उनकी इस धारणा को स्वीकार नहीं कर सकता कि झारखंड सरकार पश्चिम बंगाल में आई बाढ़ के लिए जिम्मेदार है। दोनों सरकारों को लोगों की कठिनाइयों को कम करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। हर साल, अरुणाचल और भूटान पहाड़ियों से आने वाला पानी असम में बाढ़… https://t.co/qlPw2CMaBv
हिमंत ने कहा कि हर साल, अरुणाचल और भूटान पहाड़ियों से आने वाला पानी असम में बाढ़ का कारण बनता है। हालांकि, हम अरुणाचल सरकार या रॉयल भूटान सरकार को दोष नहीं देते, क्योंकि हम समझते हैं कि पानी की कोई सीमा नहीं होती और यह स्वाभाविक रूप से नीचे की ओर बहता है।