Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर कांग्रेस पार्टी ने जमकर हमला बोला है। शनिवार को राजधानी रायपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में कांग्रेस की पत्रकारवार्ता आयोजित हुई।
इस पत्रकार वार्ता को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संबोधित किया।
प्रेस कांफ्रेंस में पीसीसी चीफ दीपक बैज ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि पिछले पांच दिन राज्य की राजनीति के लिये तथा राज्य की जनता के लिये महत्वपूर्ण रहे। 22 जुलाई से राज्य की विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हुआ, जो कल ही समाप्त हुआ। विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस पार्टी ने राज्य की जनता के हक की लड़ाई सदन से सड़क तक लड़ा।
छत्तीसगढ़ में विपक्ष के मजबूत होने का किया दावा
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ की बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ, किसानों, आदिवासियों, मजदूरों, महिलाओं, युवाओं के अधिकारों को हमारे विधायकों ने विधानसभा के अंदर सरकार को आईना दिखाया। जनता की आवाज को बुलंद करने के लिये कांग्रेस पार्टी ने 24 जुलाई को विधानसभा घेराव किया। राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था रोज-रोज हो रही लूट, डकैती, बलात्कार, हत्याओं की घटनाओं से प्रदेश में एक डर का माहौल बन गया है। हमारे विधानसभा घेराव के बाद जनता में एक भरोसा पैदा हुआ कि हमारी लड़ाई लड़ने के लिये मजबूत विपक्ष है।
नक्सली मुठभेड़ों को बताया फर्जी
छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि 5 दिन में 4 स्थगन पर चर्चा कराने को सरकार को बाध्य किया, यह हमारी बड़ी सफलता है। इसके पहले ऐसा नहीं हुआ। कानून व्यवस्था पर चर्चा किया। जनता की समस्याओं को तथ्यपूर्ण प्रस्तुत किया। बलौदाबाजार की घटना जिससे पूरा देश कलंकित हुआ इसमें भी हमने सरकार को घेरा। हमने सशक्त भूमिका निभाया। हम छत्तीसगढ़ के विकास के लिये समर्पित दल कांग्रेस के सदस्य है।
नेता नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने हाल में ही हुए कई नक्सल एनकाउंटर पर सवाल उठायें कहा कि मैंने विधानसभा में कहा था कि पुरानी भरमार बंदूक की होती है, उन सभी को ग्रामीण मारे जाते हैं। जबकि भरमार बंदूकों का चलन बंद हो गया है। मैंने यह सवाल उठाया है कि थानों में जब्त भरमार बंदूको को सरकार ग्रामीणों के शवो को साथ रखकर नक्सली बताती है। मैंने सरकार से पूछा कि जप्त भरमार बंदूको की जांच कब कराई?
चरणदास महंत ने कहा कि पूरे सत्र के दौरान प्रदेश की कानून व्यवस्था, किसानों की समस्या सहित अन्य निम्नानुसार ज्वलंब मुद्दों स्थगन प्रस्ताव, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, शून्यकाल की सूचना एवं प्रश्नों के माध्यम से जनता का प्क्ष रखते हुए सरकार को आईना दिखाने का कार्य किया गया। ग्राह्य करके कार्यसूचि में शामिल किए गए 63 ध्यानाकर्षणों के लिखित जवाब सदन स्थगित होने तक सरकार हमें उपलब्ध कराने में अक्षम रही है। यह हवा में सांय-सांय करते हुए सुशासन का दावा करने वाली साय सरकार की बहुत बड़ी विफलता है।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने दिखाए तेवर
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि विष्णु सरकार रिमोट कंट्रोल सरकार है। चना, राशन नहीं पहुंचा पा रहे। महतारी वंदन का पैसा महिलाओं को नहीं मिल रहा है। महिलायें चक्कर काट रही है। प्रधानमंत्री आवास के बारे में हमारे सवालों के जवाब में सरकार ने कहा 1 भी आवंटन स्वीकृति नहीं मिला। होर्डिंग में 18 लाख आवास बन गये है। सरकार पूरी तरह विफल है विष्णु का सुशासन विज्ञापनों में बस है। भाजपा की विष्णुदेव सरकार 7 माह में विफल साबित हो गई। राज्य में भ्रष्टाचार और कुशासन का दौर हावी है।