US-Israel News: संयुक्त राज्य अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने गाजा युद्ध को लेकर कहा है, कि ‘जब तक युद्ध खत्म नहीं होता, मैं चुप नहीं रहूंगी।’ रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात के वक्त कमला हैरिस ने फिलीस्तीनियों की दुर्दशा पर जोर दिया है और युद्धविराम के अपने संकल्प को फिर से दोहराया है।
वाशिंगटन में इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, कमला हैरिस ने कहा, कि इजरायल के अस्तित्व और सुरक्षा के लिए उनकी प्रतिबद्धता “अटूट” है, लेकिन युद्ध में “बहुत ज्यादा” बेगुनाह नागरिक मारे गए हैं।
कमला हैरिस की नेतन्याहू को दो टूक
मुलाकात के बाद कमला हैरिस ने कहा, कि “पिछले नौ महीनों में गाजा में जो कुछ हुआ है, वह विनाशकारी है। मृत बच्चों और हताश लोगों की तस्वीरें, भूखे लोगों की अपनी जान बचाने के लिए भागती तस्वीरें और विस्थापित लोगों की तस्वीरें एक त्रासदी है।” उन्होंने कहा, कि “हम इन त्रासदियों के सामने आंखें नहीं मूंद सकते। हम खुद को पीड़ा के प्रति सुन्न नहीं होने दे सकते। और मैं चुप नहीं रहूंगी।”
राष्ट्रपति जो बाइडेन के अपने राष्ट्रपति चुनाव अभियान को खत्म करने के फैसले के बाद संभावित डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस ने कहा, कि उन्होंने नेतन्याहू से अमेरिका समर्थित युद्धविराम प्रस्ताव पर सहमत होने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा, कि “यह युद्ध खत्म होने का समय है और इस तरह से समाप्त होना चाहिए, जहां इजरायल सुरक्षित हो, सभी बंधकों को रिहा किया जाए, गाजा में फिलिस्तीनियों की पीड़ा समाप्त हो और फिलिस्तीनी लोग स्वतंत्रता, सम्मान और आत्मनिर्णय के अपने अधिकार का प्रयोग कर सकें।”
Earlier today, I delivered remarks to press about my meeting with Prime Minister Netanyahu of Israel. pic.twitter.com/lNLSaufIvK
— Vice President Kamala Harris (@VP) July 26, 2024
हालांकि, कमला हैरिस ने इजरायल के ‘आत्मरक्षा के अधिकार’ के प्रति अपना समर्थन दोहराया और हमास की एक “क्रूर आतंकवादी संगठन” के रूप में निंदा की और उन अमेरिकी बंदियों के नाम गिनाए, जिनके बारे में माना जाता है, कि वे गाजा में हमास की कैद में हैं। वहीं, इजरायल और गाजा पर मतभेदों को ध्यान में रखते हुए हैरिस ने अमेरिकियों से संघर्ष की “जटिलता” और “बारीकियों” को स्वीकार करने का भी आह्वान किया। कमला हैरिस ने कहा, “अक्सर बातचीत दो आधार पर होती है, जबकि वास्तविकता कुछ और ही होती है।” हालांकि, कमला हैरिस की टिप्पणियों ने बाइडेन के साथ उनके गाजा युद्ध को लेकर ठोस नीतिगत मतभेदों की ओर इशारा नहीं किया, लेकिन फिलिस्तीनियों की पीड़ा का उनका जोरदार आह्वान उनके बॉस के इजरायल को लेकर अभी तक अपनाए गये नजरिए से अलग है।