Child Beggars Rehabilitation In Punjab: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार बाल सुरक्षा और कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग है। इसी तर्ज पर सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने आज यहां घोषणा की कि सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग ने बाल भिक्षा मुक्ति अभियान के तहत 77 बाल भिखारियों का सफलतापूर्वक पुनर्वास किया है।
कैबिनेट मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य भर में बाल भिक्षा मांगने में लगे बच्चों को बचाने और उनके पुनर्वास के लिए अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह अभियान हर महीने दूसरे सप्ताह जारी रहेगा। अब तक अलग-अलग जिलों से 77 बच्चों को बचाया जा चुका है। इनमें से 20 बच्चों को आश्रय की कमी के कारण सरकारी बाल गृहों में रखा गया है, जहां उन्हें शिक्षा, खाना और स्वास्थ्य सेवा मिलेगी और बाकी बच्चों को बाल कल्याण समिति के जरिए परिवारों से मिलवाया गया है। इसके अलावा, आठ बच्चों को प्रायोजन योजना का लाभ मिला है, 13 बच्चों को स्कूल में दाखिले के प्रोसेस चल रहे हैं। एक बच्चे को आंगनवाड़ी में नामांकित किया गया है।
बच्चों की देखभाल और संरक्षण
डॉ. बलजीत कौर ने इस बात पर जोर दिया कि किशोर न्याय अधिनियम (Juvenile Justice Act) 2015 के तहत राज्य ने अनाथ, निराश्रित और त्यागे हुए बच्चों को रखने के लिए सात सरकारी बाल गृहों और 39 गैर-सरकारी गृहों को रजिस्टर्ड किया है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे बाल सुरक्षा से संबंधित किसी भी चिंता की सूचना जिला बाल संरक्षण इकाई या बाल कल्याण समिति को दें।
कैसे मिलेगी जानकारी
कैबिनेट मंत्री ने मिशन वात्सल्य योजना के तहत कमजोर बच्चों की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि पंजाब में किसी भी बच्चे को कठिनाई का सामना न करना पड़े। इन योजनाओं के बारे में जानकारी विभाग की वेबसाइट sswcd@punjab.gov.in पर उपलब्ध है।
सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग बच्चों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए जरूरी प्रयास कर रहा है। मिशन वात्सल्य योजना का उद्देश्य समाज में बच्चों के लिए अच्छी देखभाल, सुरक्षा, विकास, उपचार और पुनर्वास(फिर से बसाना) प्रदान करना है।