गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के 14 डिब्बों के पटरी से उतरने के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरा है। कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को इस बड़ी खामी और हादसे की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
साथ ही सरकार को हर रूट पार तेजी से टक्कर रोधी प्रणाली कवच को स्थापित करना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि उत्तर प्रदेश में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के पटरी से उतरने से साफ है कि मोदी सरकार ने रेल सुरक्षा को खतरे में डाला है। उन्होंने कहा कि हादसे में मृत लोगों और उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति हम गहरी संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। एक महीने पहले मालगाड़ी और कंचनजंगा एक्सप्रेस की टक्कर में 11 लोगों की मौत हो गई थी। खरगे ने कहा कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त बयान दिया है कि हादसे का इंतजार किया जा रहा था।
उन्होंने कहा कि जांच में सामने आया कि ऑटोमैटिक सिग्नल फेल होने के बाद ट्रेन संचालन में कई स्तरों पर खामी, लोको पायलट और ट्रेन मैनेजर के पास वॉकी-टॉकी न होना हादसे का प्रमुख कारण था। खरगे बोले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके रेल मंत्री जो अपनी पब्लिसिटी का कोई मौका नहीं छोड़ते, उनको भारतीय रेलवे की इस खामी की सीधे तौर पर जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हमारी एकमात्र मांग है कि हादसों को रोकने और सुरक्षा के लिए जल्द से जल्द सरकार देश के सभी रेलमार्ग पर टक्कर रोधी प्रणाली कवच लगाए। बता दें कि गोंडा जिले के गोंडा- मनकापुर रेलखंड के बीच चंडीगढ़ एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे में चार लोगों की मौत की खबर है जबकि 14 लोग जख्मी हो गए हैं। 15904 -चंडीगढ़ एक्सप्रेस चंडीगढ़ से गोरखपुर जा रही थी। हादसा मोतीगंज थाना क्षेत्र के पिकौरा गांव के पास हुआ। पौने तीन बजे दो डिब्बे बेपटरी हुए, उसके बाद 12 और डिब्बे पलट गए।