हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के 43वें स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
इस दौरान राज्यपाल ने एफपीओ की मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाई और कार्यालय परिसर में एसएचजी, जेएलजी, एफपीओ और ओएफपीओ के उत्पादों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
राज्यपाल ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं जैसे ड्रोन दीदी, लखपति दीदी और ग्रामीण भारत के विकास से ही विकसित भारत की संकल्पना पूरी हो सकती है। उन्होंने कृषि और ग्रामीण विकास योजनाओं के कार्यान्वयन में नवाचार, साझेदारी और पारदर्शिता और ऋण प्रवाह की निगरानी पर भी जोर दिया।
राज्यपाल ने पिछले चार दशकों में नाबार्ड के योगदान की सराहना की और स्थापना दिवस पर सभी सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने राज्य में ग्रामीण बुनियादी ढांचे के निर्माण, ग्रामीण भंडारण सुविधाओं, फूड पार्क, सामाजिक बुनियादी ढांचे के निर्माण में नाबार्ड के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि राज्य में ग्रामीण वित्तीय संस्थानों और ग्रामीण बैंकों के आधुनिकीकरण और सुदृढ़ीकरण के लिए नाबार्ड हमेशा आगे रहा है।
राज्यपाल ने नाबार्ड द्वारा राज्य को 7000 से अधिक ग्रामीण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए कुल 16,551 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता मंजूर करने की भी सराहना की। नाबार्ड ने पिछले एक साल में केसीसी, एसएचजी, जेएलजी, एफपीओ और ओएफपीओ जैसी विभिन्न नवीन परियोजनाओं को राज्य में सफलतापूर्वक लागू करने केे लिए नाबार्ड बधाई का पात्र है।