मुख्यमंत्री नायब सिंह ने वीरवार को गुरूग्राम में पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में क्रिकेट खिलाड़ी युजवेंद्र चहल को स्मृति चिह्न देकर तथा सम्मान सूचक शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और अपना आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री ने खिलाड़ी युजवेंद्र चहल को मैडल भी पहनाया और प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इसी प्रकार से देश-विदेश में हरियाणा का नाम रोशन करते रहें। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पैरालंपिक के खिलाडियों व अन्य खिलाडियों के लिए जल्द ही एक अभिनंदन समारोह भी आयोजित किया जाएगा और इस कार्यक्रम में हरियाणा का नाम रौशन करने वाले खिलाडियों का अभिनंदन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा खिलाडियों की धरती है और आमतौर पर अंतर्राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा के खिलाडी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन बेहतरीन रूप से करते हैं और देश का नाम दुनियाभर में रोशन करने में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। मुख्यमंत्री ने खुशी व्यक्त करते हुए हरियाणावी लहजे में कहा कि ‘‘हरियाणा के बगैर किसी भी खेम में झंडी कोनी पाटती’’। इस दौरान मुख्यमंत्री से बातचीत करते हुए क्रिकेट खिलाड़ी युजवेंद्र चहल ने अवगत कराया कि वे क्रिकेट में बोलिंग करते हैं और पिछले कई सालों से क्रिकेट खेल रहे हैं। मुख्यमंत्री को बताया गया कि युजवेंद्र चहल का परिवार जींद से हैं परंतु पिछले चार सालों से गुरूग्राम में रह रहा हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री को युजवेंद्र चहल के प्रधानमंत्री के साथ हुई मुलाकात का वीडियो भी दिखाया। इस मुलाकात के दौरान क्रिकेट खिलाड़ी युजवेंद्र चहल के पिता श्री कृष्ण कुमार चहल ने भी मुख्यमंत्री के साथ बातचीत की और अपने व युजवेंद्र चहल के जीवन की उपलब्धियों के बारे में जानकारी साझा की। श्री कृष्ण कुमार चहल ने कहा कि उन्हें आज बहुत ही गर्व महसूस हो रहा है कि आज उनके सुपुत्र को मुख्यमंत्री जी द्वारा सम्मानित किया गया है। इस अवसर पर युजवेंद्र चहल की माता श्रीमती सुनीता कुमारी चहल भी उपस्थित थी और उन्होंने कहा कि आज उन्हें बहुत ही अच्छा लग रहा है क्योंकि मुख्यमंत्री जी ने उनका व उनके सुपुत्र का सम्मान बढाने का काम किया है। इस मौके पर क्रिकेट खिलाड़ी युजवेंद्र चहल के साथ आए डब्ल्यूएसओ के चेयरमैन पीयूष सचदेवा भी उपस्थित थे।