अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए दौड़ शुरू हो गई है. ऐसे में राजनीतिक कयासबाजी भी लगने लगी है. भारत की तरह वहां भी ओपिनियन पोल्स किए जा रहे हैं. एक ओर रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप सातवें आसमान पर हैं.
उन्हें लग रहा कि बाइडन तो अब जाने वाले हैं, लोग उन्हें एक बार फिर मौका देने जा रहे हैं. उधर, बाइडन की काबिलियत पर पार्टी के अंदर ही सवाल उठ रहे हैं. ऐसे में प्री पोल्स सर्वे क्या कह रहे हैं? क्या जो बाइडन फिर अमेरिका के राष्ट्रपति बनेंगे, या फिर ट्रंप को मौका मिलने जा रहा है. कुछ सर्वेक्षण सामने आए हैं, जिनसे इस सवाल का जवाब मिल सकता है.
ब्लूमबर्ग न्यूज/मॉर्निंग कंसल्ट ने हाल ही में ट्रैकिंग पोल किया. इससे पता चलता है कि जो बाइडन प्रमुख चुनावी राज्यों में अभी भी ट्रंप पर बीस पड़ते दिख रहे हैं. हालांकि, ट्रंप सिर्फ 2 फीसदी पीछे हैं. पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट में बाइडन ने बेहद खराब प्रदर्शन किया और उनकी खूब आलोचना हुई. ये तक कहा गया कि वे राष्ट्रपति कैंडिडेट बनने के लायक नहीं हैं. लोग कमला हैरिस, मिशेल ओबामा तक का नाम लेने लगे. लेकिन सर्वे के मुताबिक, रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार ट्रंप को जहां 47% लोग पसंद कर रहे हैं, वहीं बाइडन को 45 फीसदी. न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट में कहा गया है कि अक्तूबर में पोल शुरू होने के बाद दोनों के बीच यह सबसे कम अंतर है. बाइडन पेंसिल्वेनिया में हार रहे हैं, लेकिन मिशिगन और विस्कॉन्सिन में डोनाल्ड ट्रम्प से आगे हैं.
जहां पले-बढ़े वो राज्य हार रहे बाइडन
पेंसिल्वेनिया वो राज्य है, जहां बाइडन पले-बढ़े हैं. एरिजोना, जॉर्जिया, नेवादा और उत्तरी कैरोलिना में भी बाइडन पीछे चल रहे हैं. पोल में शामिल ज्यादातर लोगों का यही मानना है कि बाइडन को अपनी जिद छोड़कर राष्ट्रपति की रेस से बाहर हो जाना चाहिए. इतना ही नहीं, लगभग 10 में से तीन डेमोक्रेट्स यानी बाइडन की पार्टी के ही लोगों का कहना है कि उन्हें दौड़ से हट जाना चाहिए. सिर्फ बाइडन ही नहीं, 9% रिपब्लिकनों ने भी ट्रंप को यही सलाह दी कि वे पीछे हट जाएं और दूसरे को मौका दें.
नेशनल सर्वे में अलग राय
ब्लूमबर्ग न्यूज/मॉर्निंग कंसल्ट का प्री पोल सर्वे कुछ नेशनल सर्वे से अलग है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद बाइडन की लोकप्रियता में तेजी से गिरावट आई है. स्विंग-स्टेट वोटर्स का मानना है कि बाइडन ने डिबेट में बेहद खराब प्रदर्शन किया. पांच में से एक से एक भी वोटर यह मानने को तैयार नहीं कि वे मानसिक और शारीरिक रूप से फिट हैं. यह सर्वे ट्रम्प-बाइडन के बीच डिबेट के चार दिन बाद किया गया था. उस वक्त लोगों के पास सोचने के लिए पर्याप्त वक्त था.